Edited By Desh sharma, Updated: 24 Sep, 2025 02:25 PM

मध्य प्रदेश के गरबा आयोजनों को लेकर पिछले दिनों उठे विवादों के बीच युवाओं ने एक अनोखा संदेश दिया। इंदौर और उज्जैन समेत कई शहरों में गरबा महोत्सव के दौरान युवाओं ने "I Love Mahakal" लिखे पोस्टर और बैनर लहराए।
उज्जैन (विशाल ठाकुर): मध्य प्रदेश के गरबा आयोजनों को लेकर पिछले दिनों उठे विवादों के बीच युवाओं ने एक अनोखा संदेश दिया। इंदौर और उज्जैन समेत कई शहरों में गरबा महोत्सव के दौरान युवाओं ने "I Love Mahakal" लिखे पोस्टर और बैनर लहराए। इससे उन्होंने स्पष्ट किया कि गरबा महोत्सव को लेकर पैदा हुए विवादों का सामना सकारात्मकता और आस्था से किया जाएगा।
स्थानीय आयोजकों का कहना है कि "महाकाल" भगवान शिव का स्वरूप हैं और उज्जैन महाकालेश्वर मंदिर की पहचान पूरी दुनिया में है। युवाओं का यह कदम न केवल शिवभक्तों की आस्था का प्रतीक बना, बल्कि गरबा आयोजनों के पवित्र और सांस्कृतिक स्वरूप को भी मजबूत करता दिखा।
आयोजन स्थल पर मौजूद लोगों ने बताया कि पोस्टर लहराने के बाद माहौल उत्साहपूर्ण और भक्तिमय हो गया। कई लोगों ने इसे सोशल मीडिया पर साझा करते हुए लिखा कि "धार्मिक आयोजनों को विवाद का मंच बनाने वालों को यह एक शांतिपूर्ण जवाब है।"
इस कदम को सोशल मीडिया पर भी खूब सराहना मिल रही है। कई यूजर्स ने इसे "संस्कारों और आस्था की जीत" बताया, जबकि कुछ ने कहा कि गरबा उत्सव का मूल उद्देश्य ही सामूहिक खुशी और भक्ति है, जिसे किसी भी तरह के विवाद से जोड़ना अनुचित है।
गौर करने वाली बात है कि गरबा उत्सव में "I Love Mahakal" के पोस्टर्स ने सभी का ध्यान आकर्षित किया। हजारों की संख्या में युवा पारंपरिक परिधानों में गरबा खेलने पहुंचे थे।कार्यक्रम के दौरान युवाओं ने एक स्वर में "जय श्री महाकाल" के नारे लगाए, जिससे पूरा वातावरण भक्तिमय हो उठा।