Edited By Vikas Tiwari, Updated: 25 Aug, 2025 07:57 PM

मध्य प्रदेश, छत्तीसगढ़ समेत कई राज्यों में इन दिनों यूरिया खाद की किल्लत ने किसानों की मुश्किलें बढ़ा दी हैं। हालात यह हैं कि सरकारी गोदामों और दुकानों पर किसान लंबी-लंबी कतारों में खड़े हैं, लेकिन कई दिनों तक इंतजार के बावजूद उन्हें खाद नहीं मिल पा...
सरगुजा: मध्य प्रदेश, छत्तीसगढ़ समेत कई राज्यों में इन दिनों यूरिया खाद की किल्लत ने किसानों की मुश्किलें बढ़ा दी हैं। हालात यह हैं कि सरकारी गोदामों और दुकानों पर किसान लंबी-लंबी कतारों में खड़े हैं, लेकिन कई दिनों तक इंतजार के बावजूद उन्हें खाद नहीं मिल पा रही है। इस बीच छत्तीसगढ़ के सरगुजा से एक चौंकाने वाली तस्वीर सामने आई है, जहां यूरिया की ब्लैक मार्केटिंग का खेल पकड़ा गया है।
सरगुजा जिले में धान की फसल पर संकट गहराता जा रहा है। किसान यूरिया की तलाश में सहकारी समितियों और दुकानों के चक्कर काट रहे हैं। इसी बीच कृषि विभाग को शिकायत मिली कि अंबिकापुर शहर के खरसिया रोड पर स्थित शंकर ट्रेडिंग कंपनी के द्वारा धड़ल्ले से खाद की ब्लैक मार्केटिंग की जा रही है।
जब कृषि विभाग के अधिकारी मौके पर पहुंचे तो चौकाने वाला सच सामने आया। दुकान के बाहर बड़े अक्षरों में ‘यूरिया नहीं है’ का पोस्टर चिपकाया गया था, जबकि अंदर गोदाम में 37 बोरे यूरिया खाद छुपाकर रखे गए थे। विभाग ने तुरंत कार्रवाई करते हुए गोदाम को सील कर दिया और खाद जब्त कर लिया। साथ ही दुकान संचालक को कारण बताओ नोटिस जारी किया गया है। अधिकारियों का कहना है कि अगर जवाब संतोषजनक नहीं मिला तो आगे कड़ी कार्रवाई की जाएगी।
एक तरफ किसान खेतों में समय पर खाद डालने के लिए परेशान हैं, वहीं दूसरी ओर ब्लैक मार्केटिंग का यह खेल सवाल खड़े करता है। अब देखना होगा कि प्रशासन दोषियों पर कितनी सख्त कार्रवाई करता है।