Edited By meena, Updated: 06 Mar, 2025 05:51 PM

मध्य प्रदेश शासन में कैबिनेट मंत्री प्रहलाद पटेल के भीख मांगने वाले बयान पर जमकर बवाल हो रहा है...
गुना (मिस्बाह नूर) : मध्य प्रदेश शासन में कैबिनेट मंत्री प्रहलाद पटेल के भीख मांगने वाले बयान पर जमकर बवाल हो रहा है। कांग्रेस मंत्री से इस्तीफे की मांग करते हुए प्रदेशभर में विरोध प्रदर्शन कर रही है। इसी कड़ी में गुना अल्प प्रवास पर आए जयवर्धन सिंह ने मीडिया से चर्चा करते हुए कहा कि अगर कोई भी निर्धन व्यक्ति सरकारी दफ्तर में शासकीय योजनाओं का लाभ लेने की उम्मीद से जाता है तो उसे भिखारी कहना उचित नहीं है। पटेल के बयान से उन परिवारों का अपमान हुआ है जो गरीब होने के चलते केवल शासकीय योजनाओं के लाभ पर निर्भर हैं। जयवर्धन ने प्रहलाद पटेल के बयान पर दी गई सफाई को लेकर भी प्रतिक्रिया दी। उन्होंने कहा कि जब आप मंच से बोलते हैं तो प्रदेशभर में संदेश जाता है। चाहे कार्यक्रम निजी हो, सार्वजनिक हो या शासकीय एक मंत्री का ऐसा बयान निंदनीय है।
ये है मंत्री प्रहलाद पटेल का बयान
राजगढ़ में हुए एक कार्यक्रम के दौरान मंत्री प्रह्लाद पटेल ने कहा था कि "जनता को सरकार से 'भीख' मांगने की आदत हो गई है। जनता नेताओं को माला पहनाकर अपनी इच्छाओं का पत्र थमा देती है।" हालांकि विरोध के बाद अपने इस कथित बयान पर प्रहलाद पटेल ने सफाई दी थी। उन्होंने कहा कि ये "बयान सामाजिक मंच दिया गया था। स्वाभिमान से समाज को खड़ा करना कोई अपराध नहीं होता। ये मेरी व्यक्तिगत बात है, जिसे मैं पहले से करता आया हूं। पूरा बयान पब्लिक डोमेन में उपलब्ध है।"
टंट्या मामा की प्रतिमा लगाने में करेंगे पूरी प्रक्रिया का पालन, कलेक्टर को दी जानकारी
राघौगढ़ विधायक जयवर्धन सिंह ने गुरुवार को कलेक्टर किशोर कुमार कन्याल से भी मुलाकात की। उन्होंने पीपलखेड़ी में भील-आदिवासी समाज द्वारा लगाई जा रही क्रांतिकारी टंट्या मामा की प्रतिमा लगाने के संबंध में कलेक्टर को अवगत कराया। जयवर्धन ने बताया कि प्रतिमा लगाने का निर्णय ग्राम सभा में प्रस्ताव पारित कर लिया गया था। अब जनपद पंचायत ने भी पूरी प्रक्रिया का पालन करते हुए आवेदन कलेक्टर को भेज दिया है। उन्हें उम्मीद है कि भोपाल से भी टंट्या मामा की प्रतिमा लगाने संबंधी अनुमति जल्द ही मिल जाएगी। जयवर्धन ने आरोप लगाया कि कुछ लोगों को टंट्या मामा की प्रतिमा लगाने से आपत्ति थी। लेकिन वे प्रक्रिया का पूरा पालन करवा रहे हैं।

भू-माफिया और पुलिस का गठजोड़
जयवर्धन सिंह ने हाईकोर्ट द्वारा अशोकनगर जिले में सहरिया-आदिवासियों से संबंधित जमीनों के क्रय-विक्रय की जांच कराने वाले आदेश का स्वागत किया है। उन्होंने दावा किया कि वर्तमान में शिकायत करने वालों पर ही पुलिस कार्रवाई कर रही है, उनको ही जेल भेजा रहा है। भू-माफिया और पुलिस का गठजोड़ बन गया है। इस तरह के मामलों को उन्होंने गुना कलेक्टर के संज्ञान में भी लाया है। वहीं अशोकनगर में जमीनों की जांच संबंधी आदेश से शोषित लोगों को न्याय मिलेगा, इसकी उन्हें पूरी उम्मीद है।

कर्ज तले दब गई सरकार, हर कोई परेशान
पूर्व मंत्री ने नगरीय निकाय और ग्राम पंचायतों को विकास कार्यों के लिए राशि आवंटित नहीं होने पर मध्यप्रदेश की भाजपा सरकार पर निशाना साधा है। उन्होंने कहा कि मध्यप्रदेश की सरकार कर्ज के दलदल में बुरी तरह फंस गई है। 70 प्रतिशत बजट का पैसा कर्ज का ब्याज चुकाने में जा रहा है। इसके चलते नगरीय नगरपालिकाओं के पास पैसा नहीं है। हाल ही में नगरपालिका के प्रतिनिधि भोपाल में धरना दे चुके हैं। वहीं नरेगा जैसी योजनाओं के मिलने वाली राशि भी प्रदेश सरकार ने बंद कर दी है, जिससे सरपंच परेशान हैं और लगातार आवाज उठा रहे हैं।