Edited By Vikas kumar, Updated: 27 Sep, 2020 03:04 PM
बीजेपी महासचिव कैलाश विजयवर्गीय ने पंजाब में अकाली दल के NDA से अलग होने पर कहा है कि ‘यह दबाव की राजनीति है। उन्हें समझना था, और इस बिल के बारे में किसान भाइयों को समझा ...
इंदौर (सचिन बहरानी): बीजेपी महासचिव कैलाश विजयवर्गीय ने पंजाब में अकाली दल के NDA से अलग होने पर कहा है कि ‘यह दबाव की राजनीति है। उन्हें समझना था, और इस बिल के बारे में किसान भाइयों को समझाना था। ये बिल किसानों के हित में है, जिससे आने के बाद किसानों को किसानों को 8% का लाभ होगा। लेकिन बिचौलियों को जरूर नुकसान होगा। इस बिल के बारे में लोगों में भ्रम फैलाया जा रहा है किसानों को मिस गाइड किया जा रहा है। NDA से अकाली दल के अलग होने पर होने वाले नुकसान पर जवाब देते हुए कैलाश ने कहा कि आज की तारीख में मोदी जी इतने बड़े नेता हैं ऐसे छोटे दल के आने नहीं आने से कोई फर्क नहीं पड़ता। फिर भी हमारा अकाली दल बहुत पुराना साथी है। उसे हमारे साथ में रहना चाहिए’।
संजय राउत और देवेंद्र फडणवीस की मुलाकात पर बोले...
शिवसेना सांसद संजय राउत और देवेंद्र फडणवीस की मुलाकात को लेकर विजयवर्गीय ने कहा कि राजनीति में ऐसा चलता रहता है। हम लोग भी दिग्विजय सिंह से मिलते रहते हैं, इसमें हमेशा राजनीति नहीं करना चाहिए।
कृषि बिल की तरह CAA को लेकर भी लोग भ्रमित हुए थे ...
कैलाश विजयवर्गीय ने कहा कि नागरिकता संसोधन बिल के खिलाफ विपक्ष ने पूरे देश में अशांति फैला कर गुमराह करने का काम किया था, लेकिन बाद में आंदोलनकारियों को समझ में आ गया कि हमसे गलती हो गई। ऐसा ही कृषि बिल को लेकर किया जा रहा है देश भर में विपक्ष भ्रम फैलाने की कोशिश कर रहा है। लेकिन हम जल्द ही सभी को समझाने में कामयाब होंगे।
बॉलीवुड में नशे के खिलाफ बोले कैलाश...
वहीं बॉलीवुड में ड्रग मामले में बड़े नाम आने पर विजयवर्गीय ने कहा कि यह शर्मनाक है यह उसका काला चेहरा है, मैं कला और संस्कृति की बहुत इज्जत करता हूं। उसके पीछे इस तरह की घटना का होना बेहद शर्मनाक है। यह समाज को गलत दिशा देती है। दीपिका पादुकोण जेएनयू में जाने को लेकर टारगेट के जाने को लेकर कैलाश ने कहा कि, जेएनयू में जाने से और उनके चैट करने से इसका कोई मतलब नहीं हमारे कहने से तो उन्होंने चैट किया है नहीं, यह सब पकड़ा एजेंसियों। जेएनयू में तो कोई भी जा सकता है बहुत सारे लोग गए हैं उससे कोई फर्क नहीं पड़ता।