Loksabha Election 2019: किस्सा कुर्सी का बात MP की राजधानी 'भोपाल' लोकसभा की

Edited By Vikas kumar, Updated: 16 Mar, 2019 06:50 PM

loksabha election 2019

मध्यप्रदेश की राजधानी भोपाल को झीलों की नगरी भी कहा जाता है। वैसे तो भोपाल झीलों के लिए ही प्रशिद्ध है लेकिन 3 दिसंबर 1984 को यूनियन कार्बाइड में मिथाइल आइसोसाइ....

भोपाल: मध्यप्रदेश की राजधानी भोपाल को झीलों की नगरी भी कहा जाता है। वैसे तो भोपाल झीलों के लिए ही प्रशिद्ध है लेकिन 3 दिसंबर 1984 को यूनियन कार्बाइड में मिथाइल आइसोसाइनाइड के रिसाव के कारण एक बड़ी त्रासदी हुई जिसके बाद भोपाल पूरी दुनिया में सुर्खियों में आ गया। अगर राजनीति की बात करें तो प्रदेश की राजधानी होने के कारण यहां पर सियासत हावी है। भोपाल लोकसभा सीट बीजेपी का गढ़ कही जाने वाली सीट है। वर्तमान में बीजेपी के आलोक संजर यहां से सांसद हैं। 


PunjabKesari

भोपाल का राजनीतिक इतिहास   

वैसे तो भोपाल 1972 तक सीहोर की तहसील था लेकिन यहां पर पहला लोकसभा चुनाव 1957 में हुआ। तब कांग्रेस की मैमुना सुल्तान ने इस सीट से जीत हासिल की थी। इसके बाद भी अगले चुनाव में उन्होंने जीत हासिल की थी। मध्यप्रदेश की इस लोकसभा सीट से पूर्व राष्ट्रपति और पूर्व मुख्यमंत्री शंकर दयाल शर्मा भी सांसद रह चुके हैं। शर्मा 1971 और 1980 के लाकसभा चुनाव में यहां से जीत दर्ज कर चुके हैं। वर्तमान में भोपाल में लंबे समय से राज करने वाली बीजेपी का खाता इस सीट पर 1989 में खुला था। उस वक्त भाजपा के सुशील चंद्र वर्मा ने यहां से जीत हासिल की थी जिसके बाद वे यहां से लगातार तीन बार सांसद रहे। भोपाल लोकसभा सीट में सबसे ज्यादा सुशील चंद्र शर्मा को ही जीत मिली है। उन्होंने 1989, 1991, 1996 और 1998 के चुनाव में जीत दर्ज की थी। मध्यप्रदेश की पूर्व मुख्यमंत्री उमा भारती भी 1999 में इस सीट से जीत हासिल कर संसद पहुंची हैं। इसके बाद 2004, 2009 के लोकसभा चुनाव में यहां से भाजपा के कैलाश जोशी सांसद रहे थे। वर्ष 2014 में मोदी लहर के समय बीजेपी ने इस सीट पर आलोक संजर को मौका दिया औऱ उन्होंन यहां से जीत दर्ज की। भोपाल लोकसभा सीट पर वैसे तो बीजेपी का ही दबदबा है। लेकिन इस लोकसभा के अंदर आने वाली आठ विधानसभा सीटों में से पांच पर कांग्रेस तो 3 पर कांग्रेस का कब्जा है। 



2011 की जनगणना के मुताबिक भोपाल की जनसंख्या 26,79,574 है। यहां की 76.29 फीसदी शहरी इलाके में रहती है, जबकि 23.71 फीसदी आबादी ग्रमीण क्षेत्र में रहती है। भोपाल की 2.79% जनसंख्या अनुसूचित जनजाति की है तो 15.38% जनसंख्या अनुसूचित जाति की है। हम बात करें लोकसभा चुनाव 2014 की तो यहां पर कुल 19,56,936 मतदाता थे। इसमें से 9,17,932 महिला मतदाता और 10,39,004 पुरूष मतदाता थे। 2014 के लोकसभा चुनाव में भोपाल में 57.75 फीसदी मतदान हुआ था।

PunjabKesari

 

लोकसभा चुनाव 2014

वर्ष 2014 में हुए लोकसभा चुनाव में बीजेपी के आलोक संजर ने कांग्रेस के प्रकाश मंगीलाल शर्मा को हराया था। संजर को इस सीट में 7,14,178 वोट मिले थे तो वहीं प्रकाश मंगीलाल को 3,43,482 वोट मिले थे। आलोक संजर ने प्रकाश मंगीलाल को 3,70,696 वोटों से हराया था। वहीं आम आदमी पार्टी इस चुनाव में तीसरे स्थान पर रही थी। 

लोकसभा उम्मीदवार

राजनीतिक दल

वोट

वोट प्रतिशत

आलोक संजर

बीजेपी

7,14,178

63.48%

प्रकाश मंगीलाल शर्मा

कांग्रेस

3,43,482

30.53%

रचना ढिंगरा

आम आदमी पार्टी

21298

1.89%



PunjabKesari

लोकसभा चुनाव 2009 

वर्ष 2009 के लोकसभा चुनाव में बीजपी के कैलाश जोशी ने यहां से जीत हासिल की थी। उन्होंने कांग्रेस के सुरेंद्र सिंह ठाकुर को हराया था। इस चुनाव में कैलाश जोशी को 3,35,678 वोट मिले थे। वहीं सुरेंद्र सिंह ठाकुर को 2,70,521 वोट मिले थे।

लोकसभा उम्मीदवार

राजनीतिक दल

वोट

वोट प्रतिशत

 कैलाश जोशी

बीजेपी

3,35,678

50.95%

सुरेंद्र सिंह

कांग्रेस

2,70,521

41.06%

अशोक नारायण सिंह

बसपा

18649

2.83%

 

Related Story

Trending Topics

IPL
Chennai Super Kings

176/4

18.4

Royal Challengers Bangalore

173/6

20.0

Chennai Super Kings win by 6 wickets

RR 9.57
img title
img title

Be on the top of everything happening around the world.

Try Premium Service.

Subscribe Now!