Edited By meena, Updated: 10 Dec, 2025 02:32 PM

विश्वप्रसिद्ध ज्योतिर्लिंग महाकालेश्वर मंदिर में अब पुजारी, पुरोहित, उनके सेवकों और अन्य कर्मचारियों के लिए सख्त ड्रेस कोड लागू किया जाएगा। मंदिर प्रशासन ने यह निर्णय पहचान में आ रही दिक्कतों और अनधिकृत...
उज्जैन (विशाल सिंह) : विश्वप्रसिद्ध ज्योतिर्लिंग महाकालेश्वर मंदिर में अब पुजारी, पुरोहित, उनके सेवकों और अन्य कर्मचारियों के लिए सख्त ड्रेस कोड लागू किया जाएगा। मंदिर प्रशासन ने यह निर्णय पहचान में आ रही दिक्कतों और अनधिकृत व्यक्तियों के प्रवेश को रोकने के लिए लिया है। मंदिर प्रशासक प्रथम कौशिक ने बताया कि नई व्यवस्था के तहत सभी श्रेणी के कर्मचारियों के लिए अलग-अलग यूनिफॉर्म अनिवार्य की जा रही है, ताकि हर व्यक्ति की पहचान स्पष्ट रूप से हो सके।
नई व्यवस्था के अनुसार पुजारियों और पुरोहितों के लिए पारंपरिक सोला और बनियान को अधिकृत ड्रेस घोषित किया गया है, जबकि उनके सेवकों के लिए कुर्ता-पायजामा निर्धारित किया गया है। इसके साथ ही सभी को अनिवार्य रूप से पहचान पत्र, आई कार्ड भी पहनना होगा। पहले केवल मंदिर कर्मचारियों के लिए ही यूनिफॉर्म जरूरी थी, लेकिन पुजारी-पुरोहित और उनके प्रतिनिधि सोला पहनकर आते थे, जिससे वास्तविक और अनधिकृत व्यक्तियों के बीच अंतर करना मुश्किल हो रहा था। कई बार कुछ लोग सोला पहनकर खुद को अधिकृत बताकर परिसर में प्रवेश कर जाते थे, जिससे सुरक्षा और व्यवस्था दोनों प्रभावित होती थीं।

मंदिर में वर्तमान में 16 पुजारी, 22 पुरोहित, 45 से अधिक सेवक और करीब 350 कर्मचारी कार्यरत हैं। प्रशासन का कहना है कि पहले भी ड्रेस कोड लागू किया गया था, लेकिन मॉनिटरिंग के अभाव में वह व्यवस्था लंबे समय तक नहीं टिक सकी। इस बार प्रशासन ने सख्त निगरानी के साथ ड्रेस कोड लागू करने का निर्णय लिया है, ताकि मंदिर परिसर में आने वाले लाखों भक्तों को बेहतर व्यवस्था और पारदर्शिता मिल सके। नई ड्रेस कोड नीति आने वाले दिनों में लागू कर दी जाएगी।