Edited By Vikas Tiwari, Updated: 27 Dec, 2025 07:25 PM

भारतीय रेलवे द्वारा अगले पाँच वर्षों में देश के 48 प्रमुख शहरों में रेलगाड़ियों की संचालन क्षमता दोगुनी करने की महत्वाकांक्षी योजना में छत्तीसगढ़ की राजधानी रायपुर को भी शामिल किया गया है। इस फैसले से राज्य की रेल कनेक्टिविटी, यात्री सुविधाओं,...
रायपुर: भारतीय रेलवे द्वारा अगले पाँच वर्षों में देश के 48 प्रमुख शहरों में रेलगाड़ियों की संचालन क्षमता दोगुनी करने की महत्वाकांक्षी योजना में छत्तीसगढ़ की राजधानी रायपुर को भी शामिल किया गया है। इस फैसले से राज्य की रेल कनेक्टिविटी, यात्री सुविधाओं, व्यापार और आर्थिक गतिविधियों को नया आयाम मिलेगा।
मुख्यमंत्री विष्णु देव साय ने इस निर्णय का स्वागत करते हुए कहा कि यह छत्तीसगढ़ के करोड़ों यात्रियों के लिए बड़ा तोहफ़ा है। उन्होंने कहा कि प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी के नेतृत्व में भारतीय रेलवे का तेजी से आधुनिकीकरण हो रहा है और रेल मंत्री अश्विनी वैष्णव द्वारा घोषित यह योजना राज्य के विकास में अहम भूमिका निभाएगी। मुख्यमंत्री ने बताया कि रायपुर जंक्शन देश के प्रमुख रेल जंक्शनों में शामिल है, जहां प्रतिदिन लाखों यात्रियों का आवागमन होता है। संचालन क्षमता दोगुनी होने से अधिक ट्रेनों का संचालन, बेहतर आवृत्ति और कम भीड़भाड़ जैसी सुविधाएं यात्रियों को मिलेंगी। इससे छात्रों, मरीजों, व्यापारियों और उद्योग जगत को विशेष लाभ होगा।
रेल मंत्रालय के अनुसार वर्ष 2030 तक क्षमता वृद्धि के लिए अतिरिक्त प्लेटफॉर्म, पिट लाइन और स्टेबलिंग लाइन का निर्माण, नए टर्मिनलों की स्थापना, सिग्नलिंग और यार्ड का आधुनिकीकरण, मल्टीट्रैकिंग तथा आधुनिक कोचिंग कॉम्प्लेक्स विकसित किए जाएंगे। मुख्यमंत्री साय ने कहा कि राज्य सरकार रेलवे मंत्रालय के साथ समन्वय कर इस योजना को तेजी से धरातल पर उतारने के लिए हर संभव सहयोग देगी। उन्होंने विश्वास जताया कि आने वाले वर्षों में छत्तीसगढ़ देश के बेहतर रेल कनेक्टिविटी वाले राज्यों में शामिल होगा और “विकसित भारत @2047” के लक्ष्य को मजबूती मिलेगी।
गौरतलब है कि छत्तीसगढ़ में रेलवे सुविधाओं के विस्तार के लिए करीब 41 हजार करोड़ रुपये की परियोजनाएं प्रगति पर हैं। केंद्र सरकार ने चालू बजट में राज्य के लिए 6,925 करोड़ रुपये का प्रावधान किया है। राज्य में रेलवे का शत-प्रतिशत इलेक्ट्रिफिकेशन पूरा हो चुका है। प्रदेश में रावघाट-जगदलपुर, धरमजयगढ़-लोहरदगा, खरसिया-नया रायपुर-परमलकसा, डोंगरगढ़-कवर्धा-कटघोरा, कोरबा-अंबिकापुर और गढ़चिरौली-बीजापुर-बचेली जैसी कई महत्वपूर्ण रेल परियोजनाओं पर कार्य चल रहा है। इनसे न केवल यात्री परिवहन बल्कि खनिज और औद्योगिक उत्पादों के परिवहन को भी गति मिलेगी। मुख्यमंत्री विष्णु देव साय ने प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी और केंद्रीय रेल मंत्री अश्विनी वैष्णव का आभार जताते हुए कहा कि केंद्र और राज्य सरकार के बेहतर समन्वय से छत्तीसगढ़ में रेल नेटवर्क विस्तार की यह ऐतिहासिक पहल राज्य को विकास की नई ऊंचाइयों तक ले जाएगी।