Edited By meena, Updated: 12 Aug, 2025 04:06 PM

शहडोल जिले के ब्यौहारी थाना क्षेत्र के मऊ गांव में रक्षाबंधन के पर्व पर एक ही दिन में दो मासूम बच्चियों की...
शहडोल (कैलाश लालवानी) : शहडोल जिले के ब्यौहारी थाना क्षेत्र के मऊ गांव में रक्षाबंधन के पर्व पर एक ही दिन में दो मासूम बच्चियों की मौत से पूरे क्षेत्र में शोक और सनसनी का माहौल है। दोनों बच्चियां उल्टी-दस्त की शिकायत के बाद असमय मौत का शिकार हो गईं। परिजन मौत का कारण मिठाई खाने से हुई फूड प्वाइजनिंग मान रहे हैं। पुलिस ने मामले में मर्ग कायम कर जांच शुरू कर दी है, जबकि जिला खाद्य एवं औषधि विभाग ने मौके पर पहुंचकर मिठाई के सैंपल जब्त किए और जांच की कार्रवाई शुरू की।
ऐसे हुई घटना
मिली जानकारी के अनुसार, 3 वर्षीय दिव्या सोधिया, निवासी जिला सतना, अपनी मां के साथ रक्षाबंधन मनाने मऊ गांव आई थी। रक्षाबंधन के अगले दिन सुबह अचानक उसे उल्टी-दस्त की शिकायत हुई और कुछ ही देर में उसकी मौत हो गई। परिजन शव को बिना पोस्टमार्टम कराए ले गए। उसी दिन दोपहर में 11 वर्षीय हंसनी कहार, निवासी ग्राम चरखरी, को भी उल्टी-दस्त की शिकायत हुई। परिजन उसे तत्काल सिविल अस्पताल ब्यौहारी लेकर पहुंचे, जहां इलाज के दौरान उसकी मौत हो गई। हंसनी का पोस्टमार्टम कराया गया है, जिसकी रिपोर्ट का इंतजार है।
खाद्य एवं औषधि विभाग की कार्रवाई
घटना की सूचना मिलते ही जिला खाद्य एवं औषधि विभाग के अधिकारी आर.के. सोनी अपनी टीम के साथ मऊ गांव पहुंचे। उन्होंने पीड़ित परिवार से मुलाकात की और उनके घर पर रखी मिठाई एवं अन्य खाद्य पदार्थों के सैंपल जब्त किए। सोनी ने बताया कि जब्त किए गए सभी सैंपल को जांच के लिए प्रयोगशाला भेजा जाएगा, ताकि स्पष्ट हो सके कि मौत का कारण मिठाई में मौजूद कोई हानिकारक तत्व तो नहीं था। उन्होंने यह भी कहा कि घटना से संबंधित दुकानों की जांच की जा रही है और रिपोर्ट आने के बाद आगे की कार्रवाई की जाएगी।
पुलिस जांच भी शुरू
थाना प्रभारी ब्यौहारी अरुण पांडे ने बताया कि अस्पताल से एक बच्ची की मौत की सूचना मिलने पर पुलिस ने मर्ग कायम किया है और मामले की जांच शुरू कर दी है। उन्होंने कहा कि मौत का कारण स्पष्ट करने के लिए पोस्टमार्टम रिपोर्ट और खाद्य सैंपल की जांच रिपोर्ट का इंतजार किया जाएगा।

पहले भी हो चुके हैं ऐसे मामले
स्थानीय लोगों के अनुसार, यह पहली बार नहीं है जब क्षेत्र में फूड प्वाइजनिंग से मौत या बीमारियां सामने आई हों। डेढ़-दो साल पहले भी ब्यौहारी में एक कार्यक्रम के दौरान रसमलाई खाने के बाद सैकड़ों लोग फूड प्वाइजनिंग के शिकार हुए थे। तब भी संबंधित दुकान से मिठाई लाने की बात सामने आई थी।
गांव में मातम, रिपोर्ट का इंतजार
मऊ गांव में दिव्या और हंसनी की मौत के बाद मातम पसरा हुआ है। परिजन और ग्रामीण दोनों ही घटना से स्तब्ध हैं और जांच रिपोर्ट का बेसब्री से इंतजार कर रहे हैं। फिलहाल, पुलिस और खाद्य एवं औषधि विभाग दोनों ने अपनी-अपनी जांच शुरू कर दी है। पोस्टमार्टम और खाद्य सैंपल की जांच रिपोर्ट आने के बाद ही यह स्पष्ट हो सकेगा कि क्या सचमुच मिठाई से फूड प्वाइजनिंग हुई थी या मौत का कोई और कारण था। यह घटना त्योहारों के दौरान खाद्य पदार्थों की गुणवत्ता को लेकर एक बार फिर गंभीर सवाल खड़े कर रही है।