Edited By ASHISH KUMAR, Updated: 26 Apr, 2019 11:42 AM
शहर में नगर निगम के कर्मचारियों और अफसरों द्वारा बायोमेट्रिक अटेंडेंस के लिए रजिस्ट्रेशन नहीं करवाने की बड़ी लापरवाही सामने आई है। जिस पर कर्मचारियों और अफसरों पर नगर निगम ने बड़ी कार्रवाई करते हुए 243 कर्मचारियों को बर्खास्त कर दिया गया है , वहीं...
इंदौर: शहर में नगर निगम के कर्मचारियों और अफसरों द्वारा बायोमेट्रिक अटेंडेंस के लिए रजिस्ट्रेशन नहीं करवाने की बड़ी लापरवाही सामने आई है। जिस पर कर्मचारियों और अफसरों पर नगर निगम ने बड़ी कार्रवाई करते हुए 243 कर्मचारियों को बर्खास्त कर दिया गया है , वहीं सात कर्मचारियों को सस्पेंड किया गया है। वहीं निगमायुक्त ने कार्यपालन यंत्री संजीव श्रीवास्तव का भी ट्रेंचिंग ग्राउंड में तबादला कर दिया है। लंबे समय से पीएचई विभाग में काम कर रहे श्रीवास्तव को कर्मचारियों का रजिस्ट्रेशन नहीं होने और बैठक में देर से आने पर हटाया गया है।
दरअसल, पिछले महीने नगर निगम आयुक्त आशीष सिंह ने आदेश जारी किए थे कि सफाई कर्मचारियों की तरह निगम के हर विभाग के हर कर्मचारी अपनी उपस्थिति बायोमीट्रिक अटेंडेंस से दर्ज कराएं और इसके लिए अनिवार्य रूप से रजिस्ट्रेशन कराएं। यह नियम निगमायुक्त से लेकर निचले स्तर के हर कर्मचारी पर लागू होगा। रजिस्ट्रेशन के लिए 20 अप्रैल की समय सीमा तय की गई थी। निगम ने यह भी तय किया है कि बायोमीट्रिक अटेंडेंस के जरिए ही कर्मचारियों को तनख्वाह जारी की जाए। इस आदेश के बाद भी जिन कर्मचारियों ने बायोमीट्रिक अटेंडेंस में रजिस्ट्रेशन नहीं कराया उनकी सूची तैयार की गई, इसके बाद कार्रवाई की गई। स्थायी कर्मचारियों को सस्पेंड, जबकि अस्थायी कर्मचारियों की सेवाएं खत्म करने का फैसला लिया गया। इस बड़ी कार्रवाई से निगम में हड़कंप मच गया है।