Edited By Himansh sharma, Updated: 05 Jun, 2025 03:29 PM

कलेक्ट्रेट परिसर में गुरुवार को उस समय हड़कंप मच गया जब एक किसान ने पेट्रोल डालकर आत्मदाह का प्रयास किया।
अनूपपुर। (प्रकाश तिवारी): जिला मुख्यालय स्थित कलेक्ट्रेट परिसर में गुरुवार को उस समय हड़कंप मच गया जब एक किसान ने पेट्रोल डालकर आत्मदाह का प्रयास किया। मौके पर मौजूद पुलिसकर्मियों और कर्मचारियों ने समय रहते युवक को पकड़कर उसे आत्मदाह करने से रोक लिया।
जानकारी के अनुसार, ग्राम सकरा निवासी किसान भगवानदास गोड वर्षों से अपनी जमीन पर हुए अवैध कब्जे को लेकर प्रशासनिक कार्यालयों के चक्कर काट रहा था। गुरुवार को वह कलेक्ट्रेट पहुंचा और अधिकारियों पर समस्या का समाधान न करने का आरोप लगाते हुए अपने ऊपर पेट्रोल डालकर आत्मदाह करने का प्रयास किया।
भगवानदास ने बताया कि उसकी चार एकड़ पुश्तैनी भूमि ग्राम छीरापटपर में स्थित है, जिस पर एक व्यक्ति ने अवैध रूप से कब्जा कर लिया है। इसकी शिकायत वह बीते चार वर्षों से जनसुनवाई, तहसील, एसडीएम एवं कलेक्टर कार्यालय में कर रहा है, लेकिन अब तक कोई कार्रवाई नहीं हुई।
पीड़ित की मां बत्तू बाई ने बताया कि जमीन पर कब्जे की वजह से उसका बेटा मानसिक रूप से बेहद परेशान था। अधिकारियों से न्याय की आस में वह वर्षों से दर-दर भटक रहा था। आखिरकार हताश होकर उसने आत्मदाह का कदम उठाया ताकि उसकी आवाज जिम्मेदारों तक पहुंचे।
समय रहते रोका गया बड़ा हादसा
भगवानदास के आत्मदाह प्रयास की सूचना मिलते ही मौके पर पहुंची पुलिस ने तत्परता से उसे काबू में किया और जिला चिकित्सालय अनूपपुर में स्वास्थ्य जांच करवाई। इसके बाद उसे पूछताछ के लिए कोतवाली थाने ले जाया गया।
प्रशासनिक अनदेखी और सिस्टम की सुस्त कार्यप्रणाली एक बार फिर सवालों के घेरे में है, वहीं किसान की पीड़ा शासन-प्रशासन की संवेदनशीलता पर भी प्रश्नचिन्ह लगा रही है।