Edited By Vikas kumar, Updated: 29 Aug, 2019 02:17 PM
मध्य प्रदेश के दतिया जिले में एक अजीबोगरीब मामला सामने आया है। दरअसल, दतिया जिले के कार्यालय से एक पत्र जारी किया गया जिसमें लिखा था कि साईंबाबा का यह संदेश फॉरवर्ड करने से प्रमोशन मिलता है..
दतिया: मध्य प्रदेश के दतिया जिले में एक अजीबोगरीब मामला सामने आया है। दरअसल, दतिया जिले के डीएफओ कार्यालय से एक पत्र जारी किया गया जिसमें लिखा था कि साईंबाबा का यह संदेश फॉरवर्ड करने से प्रमोशन मिलता है। यह पत्र प्रशासनिक गलियारोें में चर्चा का विषय बना हुआ है।
बता दें कि 22 अगस्त को डीएफओ के ऑफिस में बंद लिफाफे में एक पत्र आया। पत्र में लिखा था कि यह एसएमएस सबको जरूर भेजना । एक औरत ने बहुत बीमारी की हालत में सपना देखा कि साईंबाबा उसे पानी पिला रहे हैं। सुबह जब औरत जागी तो वह ठीक हो चुकी थी और उसके पास एक कागज का टुकड़ा पड़ा था, जिसपर लिखा था Sai baba is the living God in the world. महिला ने लोगों को बताया एक ऑफिसर ने यह एसएमएस लोगों को भेजा तो उसे प्रमोशन मिल गया। एक आदमी ने डिलीट कर दिया तो उसने अपना सब कुछ 13 दिनों में खो दिया। यह एसएमएस आप 13 लोगों को भेज कर देखें।
बिना देखे ही रिसीविंग सिग्नेचर किए
यह कागज डीएफओ प्रियांशी राठौर तक पहुंचा और उन्होंने बिना देखे ही इस पर रिसीविंग सिग्नेचर कर दिए। इसके बाद ऑफिस के क्लर्क बालकृष्ण पांडे ने भी इस पत्र पर बिना देखे ही वनमंडलाधिकारी की सील लगाकर इसे सभी एसडीओ, रेंजरों और अन्य संबंधित अधिकारियों-कर्मचारियों को जारी कर दिया। पत्र जब विभाग के अधिकारियों के पास पहुंचा तो वह हैरान रह गए। उन्होंने डीएफओ प्रियांशी रोठौर को इस बारे में अवगत करवाया। फिर जाकर डीएफओ को अपनी गलती का एहसास हुआ और उन्होंने 27 अगस्त को एक और पत्र जारी कर पहले भेजे हुए पत्र को निरस्त मानने के निर्देश दिए।
डीएफओ प्रियांशी राठौर ने कहा कार्यालय में आने वाले हर पत्र पर हमें रिसीविंग देनी होती है। इसी क्रम में इस कागज पर भी हस्ताक्षर हो गया। हस्ताक्षर के बाद मैंने लिपिक पांडे से इसे अलग करने के लिए बोल दिया था, लेकिन पांडे ने इसे जारी कर दिया।