Edited By meena, Updated: 18 Feb, 2020 02:31 PM
मध्य प्रदेश में सीएम कमलनाथ और सिंधिया के बीच चल रही नाराजगी की अटकलों पर सीएम कमलनाथ ने विराम लगा दिया है। उन्होंने पहली बार आपसी संबंधों पर कहा कि मैं कभी किसी से नाराज नहीं होता...
भोपाल(इजहार हसन खान): मध्य प्रदेश में सीएम कमलनाथ और सिंधिया के बीच चल रही नाराजगी की अटकलों पर सीएम कमलनाथ ने विराम लगा दिया है। उन्होंने पहली बार आपसी संबंधों पर कहा कि मैं कभी किसी से नाराज नहीं होता, मैं शिवराज सिंह से नाराज नहीं हूं तो सिंधिया से नाराज़ क्यों होऊंगा।
दरअसल, सीएम कमलनाथ भोपाल में अपने और सिंधिया के बीच चल रही तनातनी का जवाब दे रहे थे। उन्होंने कहा कि 'मैं सिंधिया से नाराज नहीं हो सकता'। उन्होंने कहा कि 'मैं कभी शिवराज सिंह से नाराज नहीं हुआ तो सिंधिया से क्यों होऊंगा'। सीएम कमलनाथ के इस बयान से साफ हो गया है कि भले ही कुछ एक मुद्दों पर उनके विचार अलग हों लेकिन पार्टी तो एक ही है। वहीं सीएम कमलनाथ में केंद्र सरकार के एनपीआर लागू करने पर कहा कि, हम इस पर विचार करेंगे,अभी हम इसको लागू नहीं करेंगे।
बता दें कि सिंधिया ने टीकमगढ़ जिले में एक सभा दौरान कमलनाथ सरकार पर बड़ा हमला किया था। उन्होंने अतिथि शिक्षकों के पक्ष में कहा था कि 'अगर मेनिफेस्टो का एक भी वादा अधूरा रहा तो मैं खुद सड़कों पर उतरूंगा। मैंने चुनाव से पहले आप की आवाज उठाई थी और यह विश्वास मैं आपको दिलाना चाहता हूं कि आपकी मांग हमारी सरकार के मेनिफेस्टो में अंकित है। वो मेनिफेस्टो हमारे लिये ग्रंथ है। अगर मेनिफेस्टो का एक भी अंक पूरा नहीं हुआ तो आप सड़क पर अपने को अकेला ना समझना मैं आपके साथ रहूंगा'
कमलनाथ ने किया था पलटवार...
वहीं ज्योतिरादित्य सिंधिया के वचन पत्र पर सवाल उठाए जाने को लेकर कमलनाथ नाराज हो गए थे। उन्होंने दिल्ली में मीडिया से बातचीत के दौरान इस संबंध में जवाब में कहा कि हमारा वचन-पत्र पांच साल का है, पांच महीने के लिए नहीं है। इतना ही नहीं सिंधिया के सड़क पर उतरने वाले बयान पर उन्होंने बेरुखी से कहा था कि 'उतर जाएं सड़क पर'। जिसके बाद मध्य प्रदेश की राजनीति में सिंधिया और कमलनाथ के बीच दूरियां बढ़ने के कयास लगाए जाने लगे।