Edited By Desh sharma, Updated: 01 Dec, 2025 09:52 PM

सोमवार को इंदौर के राजवाड़ा परिसर में आयोजित अंतरराष्ट्रीय गीता महोत्सव में मुख्यमंत्री मोहन पहुंचे। मोहन यादव ने गीता भवन गोपाल मंदिर में नव निर्मित गीता भवन लाइब्रेरी और नए सभागार का लोकार्पण किया।
इंदौर( सचिन बहरानी):सोमवार को इंदौर के राजवाड़ा परिसर में आयोजित अंतरराष्ट्रीय गीता महोत्सव में मुख्यमंत्री मोहन पहुंचे। मोहन यादव ने गीता भवन गोपाल मंदिर में नव निर्मित गीता भवन लाइब्रेरी और नए सभागार का लोकार्पण किया। मुख्यमंत्री ने गोपाल मंदिर में दर्शन किए और गीता भवन सभागार में चल रहे कार्यक्रम में शिरकत करके अपने विचार रखे.
मुख्यमंत्री ने कहा कि उज्जैन और इंदौर के गोपाल मंदिरों का अपना गौरवशाली इतिहास है और दोनों मंदिरों में स्थित चांदी के द्वार हमारी सांस्कृतिक धरोहर का महत्वपूर्ण प्रतीक हैं। उन्होंने कहा कि माँ अहिल्याबाई होल्कर ने देशभर में सनातन संस्कृति को सशक्त रूप से स्थापित किया और काशी विश्वनाथ से लेकर गया के विष्णुपद मंदिर तक अनेक मंदिरों का निर्माण कराया।
मुख्यमंत्री ने कहा कि भगवान श्रीकृष्ण ने उज्जैन के सांदीपनि आश्रम में शिक्षा ग्रहण की, जो मालवा के लिए गर्व का विषय है। उन्होंने कहा कि गीता का हर अध्याय जीवन दर्शन का सार है और भक्ति, ज्ञान व कर्म का मार्ग मोक्ष की ओर ले जाता है मीडिया से चर्चा में मुख्यमंत्री ने बताया कि गीता जयंती के अवसर पर लोकार्पित गीता भवन में धार्मिक प्रवचन और समसामयिक विषयों पर कार्यक्रम आयोजित किए जाएंगे।
उन्होंने कहा कि प्रधानमंत्री के स्मार्ट सिटी प्रोजेक्ट के तहत यह लोकार्पण हुआ है और अत्यंत लोकप्रिय गोपाल मंदिर को यह बड़ी सौगात मिली है। काले पत्थरों से निर्मित इस मंदिर परिसर में अब लाइब्रेरी, कलाकृतियाँ, श्रीकृष्ण से संबंधित श्लोक और आधुनिक सभागार उपलब्ध होगा, जहां कृष्ण भक्तों को आध्यात्मिक शांति और अध्ययन का अवसर मिलेगा।
इस आयोजन में एक रिकॉर्ड भी बना, जब पूरे प्रदेश में तीन लाख से अधिक बच्चों ने गीता के अध्यायों का सामूहिक पाठ किया। इस अवसर पर संस्कृति विभाग द्वारा विभिन्न श्रेणियों में कुल 88 लाख रुपए के पुरस्कार भी वितरित किए गए।