Edited By meena, Updated: 05 Nov, 2019 06:00 PM
राजधानी भोपाल में डेंगू का कहर दिन-प्रतिदिन बढ़ रहा है। इस साल 10 महीने में करीब 11 सौ मरीज़ इसकी चपेट में आए हैं। इनमें से 4 की मौत हो चुकी है। शहर में फैले मच्छरों से बच्चे बूढ़े और जवान सभी दहशत में हैं...
भोपाल: राजधानी भोपाल में डेंगू का कहर दिन-प्रतिदिन बढ़ रहा है। इस साल 10 महीने में करीब 11 सौ मरीज़ इसकी चपेट में आए हैं। इनमें से 4 की मौत हो चुकी है। शहर में फैले मच्छरों से बच्चे बूढ़े और जवान सभी दहशत में हैं।
भोपाल में लगातार बढ़ रही डेंगू के मरीजों की संख्या
भोपाल में इस बार इतनी तेज़ी से डेंगू फैलने के कई कारण सामने आ रहे हैं। दरअसल इस बार डेंगू का फैलाव रोकने के लिए माइक्रो प्लानिंग के तहत वॉर्ड स्तर पर टीमें नहीं बनाई गई। प्लानिंग के तहत कुल 170 टीमें बनायी जाना थीं। लेकिन स्वास्थ्य विभाग ने सिर्फ 42 टीमें बनाईं। वहीं शहर में फॉगिंग सिर्फ नाममात्र ही की गई। तीसरा और बड़ा कारण यह था कि शहर में लार्वा सर्वे होना था, लेकिन उसमें भी लापरवाही बरती गई। वहीं जिन लोगों के घर लार्वा मिला उनके ख़िलाफ चालानी कार्रवाई भी ठीक से नहीं की गई।
शहर की पिछड़ी बस्तियों को बनाया शिकार
डेंगू ने शहर की पॉश सरकारी कॉलोनियों से लेकर पिछड़ी बस्तियों तक को अपना निशाना बनाया है। इनमें मंत्रियों से लेकर आला अफसरों की सरकारी बस्ती चार इमली और शिवाजी नगर से लेकर निजी कॉलोनी अवधपुरी,कोलार,एम्स क़ॉलोनी और कोटरा तक शामिल हैं।
आलम यह है कि सरकारी अस्पतालों से लेकर प्राईवेट अस्पतालों तक मरीज़ो की संख्या लगातार बढ़ती जा रही है। यहां डेंगू के मरीजों से अलग से बने वॉर्ड भरे पड़े हैं।