Edited By Desh sharma, Updated: 03 Dec, 2025 07:36 PM

धमधा क्षेत्र के ग्राम घोटवानी में इन दिनों सबसे बड़ा चर्चा का विषय न तो राजनीति है, न कोई हादसा। चर्चा का विषय अजगरों की रहस्यमयी एंट्री है। गांव में पिछले कुछ हफ्तों से बार-बार अजगर दिखाई देने की घटनाएँ ग्रामीणों में डर और जिज्ञासा दोनों बढ़ा रही...
धमधा (हेमंत पाल): धमधा क्षेत्र के ग्राम घोटवानी में इन दिनों सबसे बड़ा चर्चा का विषय न तो राजनीति है, न कोई हादसा। चर्चा का विषय अजगरों की रहस्यमयी एंट्री है। गांव में पिछले कुछ हफ्तों से बार-बार अजगर दिखाई देने की घटनाएँ ग्रामीणों में डर और जिज्ञासा दोनों बढ़ा रही हैं।
एक दिन में दो अजगर मिलना बना सनसनी
बुधवार सुबह गांव में हड़कंप तब मच गया जब राजकुमार वर्मा के खेत पर एक विशाल अजगर देखा गया। ग्रामीणों ने तत्काल सूचना दी और 112 व वन विभाग की टीम मौके पर पहुंच गई। टीम अजगर को पकड़कर धमधा ले जा ही रही थी कि तभी बुधारू साहू के खलिहान में दूसरा अजगर दिखाई दे गया। स्थानीय निवासी वेदराज संतु वर्मा ने सूझबूझ दिखाते हुए दूसरे अजगर को भी सुरक्षित तरीके से काबू में किया और वन विभाग को सौंप दिया। एक ही दिन में दो अजगर मिलने ने पूरे गांव में खौफ फैला दिया है।
गांव से अब तक 8 अजगर रेस्क्यू
घोटवानी में अब तक कुल 8 अजगर रेस्क्यू किए जा चुके हैं। इतनी बड़ी संख्या ने घोटवानी को पूरे दुर्ग जिले में चर्चा का केंद्र बना दिया है। जहां भी लोग मिल रहे हैं, एक ही सवाल पूछ रहे हैं कि “घोटवानी में बार-बार अजगर क्यों निकल रहे हैं?”
अजगर आते कहाँ से हैं? ग्रामीणों का दावा
स्थानीय जानकारों के अनुसार, पिछले दिनों आई बाढ़ के कारण जंगल के निचले हिस्सों से अजगर बहकर गांव के आसपास के खेतों और खलिहानों में पहुंच गए हैं। बाढ़ उतरने के बाद ये सांप सुरक्षित जगह तलाशते हुए अक्सर खेतों, मेड़, खलिहान और झाड़ियों में दिखाई दे रहे हैं।
ग्रामीणों में खौफ, बच्चों को अकेला न छोड़ने की अपील
गांव में लगातार सांप मिलने से ग्रामीणों में दहशत है। लोग रात के समय खेतों की ओर जाने से बच रहे हैं। बच्चों को अकेले बाहर न जाने की सलाह दी जा रही है तो वहीं पशुपालक भी सतर्क हो गए हैं, क्योंकि अजगर अक्सर छोटे पालतू जानवरों का शिकार करते हैं।
वन विभाग को कैंप लगाने की मांग
ग्रामीणों ने मांग की है कि वन विभाग को घोटवानी में अस्थायी कैंप लगाकर निगरानी करनी चाहिए, अजगरों के संभावित ठिकानों की वैज्ञानिक जांच करनी चाहिए और ग्रामीणों को सुरक्षा और व्यवहारिक सावधानियों के बारे में जागरूक करना चाहिए। लोगों का कहना है कि यदि स्थिति को अभी नहीं संभाला गया तो आने वाले दिनों में यह खतरा और बढ़ सकता है।
घोटवानी बना ‘अजगर हॉटस्पॉट’
लगातार अजगर मिलने की घटनाओं ने घोटवानी गांव को पूरे जिले में सुर्खियों में ला दिया है। यह पूरा मामला अब पूरे क्षेत्र में बड़ा मुद्दा बन चुका है।