Edited By Vikas Tiwari, Updated: 26 Dec, 2025 06:02 PM

खैरागढ़ जिले के ग्राम करमतरा में बीती रात हुए बवाल के मामले में खबर का बड़ा असर देखने को मिला है। घटना के बाद जिले के पुलिस अधीक्षक लक्ष्य शर्मा, अतिरिक्त पुलिस अधीक्षक नितेश कुमार गौतम और एसडीओपी सहित पुलिस का वरिष्ठ अमला जालबांधा चौकी और करमतरा...
खैरागढ़ (हेमंत पाल): खैरागढ़ जिले के ग्राम करमतरा में बीती रात हुए बवाल के मामले में खबर का बड़ा असर देखने को मिला है। घटना के बाद जिले के पुलिस अधीक्षक लक्ष्य शर्मा, अतिरिक्त पुलिस अधीक्षक नितेश कुमार गौतम और एसडीओपी सहित पुलिस का वरिष्ठ अमला जालबांधा चौकी और करमतरा गांव पहुंचा और हालात का जायजा लिया।

यह मामला सिर्फ एक मकान विवाद तक सीमित नहीं रहा, बल्कि कथित साधु और कबीर पंथ के अनुयायी की आड़ में गांव में डर, धमकी और तनाव फैलाने के गंभीर आरोप सामने आए हैं। बताया गया है कि करमतरा गांव में भूपत साहू और तेजेश्वरी साहू के बीच लंबे समय से मकान को लेकर विवाद चल रहा था, जो समय रहते नहीं सुलझ सका और धीरे-धीरे गंभीर रूप लेता चला गया। ग्रामीणों का आरोप है कि भूपत साहू उर्फ भूपत दास उर्फ साहेब खुद को साधु बताकर गांव में भय का माहौल बनाता था और लोगों को धमकाने की कोशिश करता था। पंचायत स्तर पर कई बार समझाइश की गई, लेकिन उकसावे और धमकियों का सिलसिला बंद नहीं हुआ।
बीती रात करीब 12 बजे हालात उस समय बेकाबू हो गए, जब खुलेआम नाम लेकर धारदार हथियारों से जान से मारने की धमकियां दी गईं। इससे आक्रोशित सैकड़ों ग्रामीण जालबांधा चौकी पहुंच गए, जहां देर रात तक नारेबाजी और हंगामा होता रहा। चौकी परिसर में तनावपूर्ण स्थिति बन गई, जिसे संभालने में पुलिस को काफी मशक्कत करनी पड़ी। मामले की गंभीरता को देखते हुए पुलिस ने त्वरित कार्रवाई करते हुए भूपत दास उर्फ साहेब, दीपक साहू और उसके पुत्र सूर्यकांत साहू को हिरासत में लिया। तीनों आरोपियों के खिलाफ भारतीय न्याय संहिता की धारा 170 और 126 के तहत कार्रवाई की गई। इसके बाद धारा 151 के तहत उन्हें न्यायालय में पेश किया गया, जहां से तीनों को जेल भेज दिया गया। पुलिस प्रशासन का कहना है कि गांव में शांति व्यवस्था बनाए रखने के लिए अतिरिक्त पुलिस बल तैनात किया गया है और मामले की आगे भी निगरानी की जा रही है।