Edited By Desh sharma, Updated: 16 Dec, 2025 07:07 PM

अपनी तीन बीघा जमीन पर हुए कथित फर्जी नामांतरण की शिकायत लेकर आरोन तहसील के आंखखेड़ा गांव का एक किसान मंगलवार को कलेक्ट्रेट जनसुनवाई में दंडवत लगाते हुए पहुंचा। किसान को इस तरह जमीन पर रेंगते हुए देखकर जनसुनवाई में मौजूद लोग अचंभित हो गए।
गुना(मिसबाह नूर): अपनी तीन बीघा जमीन पर हुए कथित फर्जी नामांतरण की शिकायत लेकर आरोन तहसील के आंखखेड़ा गांव का एक किसान मंगलवार को कलेक्ट्रेट जनसुनवाई में दंडवत लगाते हुए पहुंचा। किसान को इस तरह जमीन पर रेंगते हुए देखकर जनसुनवाई में मौजूद लोग अचंभित हो गए।
किसान हरवीर ताऊ की लड़के की शिकायत लेकर पहुंचा
किसान हरवीर पिता हिम्मत सिंह अहिरवार अपने ताऊ के लड़के की शिकायत लेकर जैसे ही पेट के बल रेंगते हुए कलेक्ट्रेट परिसर में पहुंचा, तत्काल जीएस बैरवा ने उसे जमीन से उठाया और जनसुनवाई कक्ष में ले जाकर कलेक्टर से मुलाकात करवाई।
3 बीघा जमीन का नामांतरण भी फर्जी तरीके से करवा लिया
हरवीर का आरोप है कि उसके ताऊ के लड़के ने पहले उनकी कुछ जमीन गांव के किसी व्यक्ति को बेच दी। इसके बाद, जो तीन बीघा जमीन उसके पिता हिम्मत सिंह के नाम बची थी, उसका नामांतरण भी फर्जी तरीके से अपने नाम करवा लिया। पीड़ित हरवीर का कहना है कि वह पिछले चार सालों से न्याय के लिए कलेक्ट्रेट और तहसील के चक्कर काट रहा है, लेकिन उसकी सुनवाई नहीं हो रही थी।
पिछले 4 सालों से न्याय के लिए कलेक्ट्रेट के चक्कर काट रहा
इसी हताशा के चलते उसने यह अनूठा और भावनात्मक कदम उठाया। हरवीर द्वारा अपने पिता हिम्मत सिंह अहिरवार के नाम से दिए गए आवेदन में बताया गया है कि उनकी कृषि भूमि सर्वे क्रमांक 145/2 रकबा 2.718 में से 0.627 हिस्से का नामांतरण अभी तक उनके नाम नहीं किया गया है, जिसके लिए वह बार-बार आवेदन दे रहे हैं। उन्हें पता चला है कि आरोपी धनराम पुत्र तोफान निवासी आंखखेड़ा, तहसील आरोन ने साल 2014 में ही उनकी इस जमीन का नामांतरण गलत तरीके से अपने नाम करा लिया है।
हिम्मत सिंह का दावा है कि आरोपी धनराम अहिरवार उनकी वैध जमीन को अपनी बता रहा है और इस धोखाधड़ी के बाद भी उन्हें चार सालों से न्याय नहीं मिल पाया है। कलेक्टर ने पीड़ित की गंभीर शिकायत को संज्ञान में लेते हुए तत्काल संबंधित अधिकारियों को मामले की जांच कर उचित कार्रवाई करने का निर्देश दिया है।