Edited By Devendra Singh, Updated: 21 Aug, 2022 05:36 PM

रबी की फसल के लिए किसान खाद की चिंता अभी से करने लगा है। भिंड में किसान खाद के लिए सुबह से लेकर शाम तक लाइन में अपनी बारी का इतंजार कर रहा है।
भिंड (योगेंद्र सिंह): आगामी रबी की फसल के लिए किसानों को खाद की चिंता अभी से सताने लगी है। हालांकि रबी की फसल अक्टूबर-नवंबर में बोई जाती है। लेकिन खाद के लिए अभी से लंबी लंबी लाइन कतारें लगाने लगे हैं। भिंड जिले की मेहगांव तहसील में खाद के लिए अभी से मारा मारी चल रही है। किसान सुबह से शाम तक लाइन में खड़े होकर बारी बारी से अपना इंतजार कर रहे हैं।
आलम यह है कि किसान को 2-3 दिन तक चक्कर काटने पड़ रहे हैं। हालांकि कृषि विभाग की ओर से किसानों को पहले टोकन दिया जाता है। फिर उसके बाद 4 या 6 दिन के बाद खाद उपलब्ध कराया जा रहा है। आलम यह है कि अधिकारी यह कहकर अपना पल्ला झाड़ देते हैं कि खाद की कमी नहीं है। गोदाम प्रभारी से बात की गई तो जानकारी दी गई कि गोदाम में खाद है। लेकिन कागजों में वह भी मना करते नजर आए। डीएपी खाद के लिए किसान को मना कर दिया जाता है कि डीएपी नहीं है।
जबकि गोदाम में डीएपी खाद की हजारो बोरी रखी थी। जब इस बारे में जानकारी हासिल की गई तो गोदाम प्रभारी एसके राठौड़ ने बताया कि गोदाम में किसानों का खाद रखा है। कागजों में हमारे यहां खाद खत्म हो चुका है। जिसकी वजह से किसान निराश होकर घर लौट रहे हैं।