Edited By meena, Updated: 03 Sep, 2019 09:58 AM
मध्यप्रदेश के बड़वानी जिले में नर्मदा बचाओ आंदोलन की प्रमुख नेत्री मेधा पाटकर ने अनिश्चितकालीन अनशन 9 दिन बाद तोड़ दिया है। उन्होंने अपना अनशन सीएम कमलनाथ के पूर्व मुख्य सचिव शरदचंद्र बेहार के कहने पर समाप्त किया। सचिव ने सीएम कमलनाथ का संदेश मेधा...
भोपाल: मध्यप्रदेश के बड़वानी जिले में नर्मदा बचाओ आंदोलन की प्रमुख नेत्री मेधा पाटकर ने अनिश्चितकालीन अनशन 9 दिन बाद तोड़ दिया है। उन्होंने अपना अनशन सीएम कमलनाथ के पूर्व मुख्य सचिव शरदचंद्र बेहार के कहने पर समाप्त किया। सचिव ने सीएम कमलनाथ का संदेश मेधा पाटकर को दिया जिसमें सरकार ने बयान जारी कर कहा है कि, 'नर्मदा बचाओ आंदोलन के विस्थापितों को लेकर सीएम कमल नाथ गंभीर हैं। उन्होंने कहा है कि राज्य सरकार डूब प्रभावितों के पूर्ण पुनर्वास के लिए वचनबद्ध है।
जानकारी के अनुसार, सोमवार रात करीब 8 बजे बड़वानी के बड़दा गांव में सीएम कमलनाथ के पूर्व मुख्य सचिव शरदचंद्र बेहार बतौर दूत मेधा पाटकर से मिले । पूर्व सचिव ने अपने हाथ से पानी पिलाकर पाटकर का अनशन तुड़वाया। इससे पहले बेहार ने कहा- मैं मुख्यमंत्री का संदेश लेकर आया हूं। हालांकि मैं शासन या सरकार का आदमी नहीं हूं। मैं केवल हनुमान की भूमिका निभा रहा हूं। आप अनशन समाप्त करें। सात सितंबर को भोपाल आएं, वहां डूब क्षेत्र के हर मुद्दे पर सीएम कमलनाथ बात करेंगे। सरकार आंकड़े सुधारने के लिए तैयार हैं।
सीएम कमलनाथ का संदेश सुनने के बाद नर्मदा बचाओ आंदोलन नेत्री मेधा पाटकर ने अपना पक्ष स्पष्ट करते हुए कहा कि हमने तो जनवरी में ही 30 आवेदन देकर सारी बातें रख दी थीं। एनवीडीए के पुराने अधिकारी हटाएं। सरकार सुनिश्चित करें कि सरदार सरोवर बांध में अब पानी नहीं बढ़ेगा। पूर्व मुख्य सचिव के साथ एनवीडीए आयुक्त पवन शर्मा, एसपी डीआर तेनीवार, बड़वानी कलेक्टर अमित तोमर, व अन्य अधिकारी मौजूद थे।