Edited By Vikas Tiwari, Updated: 05 Feb, 2023 10:50 AM

भारतीय उन्नत नस्ल एवं क्षेत्रीय मूल की दुधारू गायों के लिए पुरस्कार योजना (Award Scheme) प्रारंभ की गई है। योजना का क्रियान्वयन छतरपुर जिले में 1 फरवरी से 15 फरवरी तक किया जाएगा।
छतरपुर (राजेश चौरसिया): पशुपालन विकास योजना (pashupalan vibhag yojana) के तहत भारतीय उन्नत नस्ल एवं क्षेत्रीय मूल की दुधारू गायों के लिए पुरस्कार योजना (Award Scheme) प्रारंभ की गई है। योजना का क्रियान्वयन छतरपुर जिले में 1 फरवरी से 15 फरवरी तक किया जाएगा। पशु विभाग (pashupalan vibhag) के उप संचालक डॉ. विमल कुमार तिवारी ने बताया कि जिले की मूल गौवंशीय नस्ल एवं भारतीय उन्नत गौवंशीय नस्लों के पालन को बढ़ावा देने तथा संरक्षण प्रदान करने के लिए नवीन पुरस्कार कार्यक्रम जिले में लागू किया गया है। डॉ. तिवारी ने बताया कि इस योजना का लाभ लेने के लिए क्षेत्रीय मूल नस्ल की दुधारू गाय का प्रतिदिन का दूध उत्पादन 4 लीटर या उससे अधिक तथा भारतीय उन्नत नस्ल जैसे गिर, साहिवाल आदि का प्रतिदिन का दुग्ध उत्पादन 6 लीटर या इससे अधिक होना आवश्यक है।
उन्होंने बताया कि जिला स्तर पर क्षेत्रीय मूल नस्ल की गायों एवं भारतीय उन्नत नस्ल की गायों के लिए प्रथम पुरस्कार 51 हजार, द्वितीय पुरस्कार 21 हजार और तृतीय पुरस्कार 11 हजार रुपए रखा गया है। योजना का लाभ के लिए इच्छुक और पात्र पशुपालकों से 1 सप्ताह तक आवेदन प्राप्त किए जाएंगे। 10-10 गायों का दैनिक दुग्ध उत्पादन की वरीयता के आधार पर चयन कर प्रतियोगिता प्रारंभ की जाएगी। प्रथम, द्वितीय एवं तृतीय पुरस्कार पाने वाले पशुपालकों के अलावा शेष प्रतियोगी गायों के लिए प्रमाण-पत्र प्रदान किए जाएंगे।
गायों के खाने-पीने एवं आने जाने के लिए परिवहन की व्यवस्था विभाग द्वारा की जाएगी। क्षेत्रीय संस्थाओं को निर्देशित किया गया है कि वे हितग्राहियों से आवेदन प्राप्त कर 1 सप्ताह में कार्यालय में प्रस्तुत करें।