Edited By Himansh sharma, Updated: 28 Jun, 2025 11:14 AM

मध्य प्रदेश के राजगढ़ जिले में एक दलित किसान दबंगों से परेशान है।
राजगढ़। (धर्मराज सिंह): मध्य प्रदेश के राजगढ़ जिले में एक दलित किसान दबंगों से परेशान है। क्या दलित होना अब भी गुनाह है? क्या सरकार की योजनाएं सिर्फ़ कागज़ों में रह गई हैं...? और सबसे बड़ा सवाल — जब किसान ही अपने खेत के लिए कलेक्ट्रेट जाकर जान देने की चेतावनी देने लगे, तो क्या ये लोकतंत्र के लिए खतरे की घंटी नहीं...?
हम बात कर रहे हैं मध्यप्रदेश के राजगढ़ जिले के ग्राम खेड़ी कुशलपुरा की है, जहाँ एक गरीब दलित किसान— जिसे वर्षों पहले सरकार ने 2 बीघा जमीन का पट्टा दिया था। आज अपनी ही ज़मीन के लिए दर-दर की ठोकरें खा रहा है।
दबंगों ने खेत पर कब्जा कर लिया है, दो साल से फसल नहीं बोने दी जा रही। किसान जब आवाज़ उठाता है, तो उसे जेसीबी से ज़मीन में गाड़ देने की धमकी दी जाती है!
प्रशासन मौन है, पुलिस कागज़ों में जांच कर रही है... और किसान अब खुली चेतावनी दे रहा है—अगर सुनवाई नहीं हुई, तो जनसुनवाई में पूरे परिवार के साथ खुद को मिटा देगा। क्या अब भी सरकार और सिस्टम जागेगा? या फिर एक और दलित की जमीन, इज्जत और जान सबकुछ छीन ली जाएगी...?