Edited By Jagdev Singh, Updated: 01 Nov, 2019 11:30 AM
मध्य प्रदेश अजब-गजब घटनाओं का राज्य है। आज मध्य प्रदेश स्थापना दिवस पर आपको एक दिलचस्प कहानी सुनाते हैं। मध्य प्रदेश के धार जिले की तहसील मनावर के गांव उमरबन भमोरी में वर्ष 1985 में 5 सितंबर को शिक्षक दिवस पर एक बालक का जन्म हुआ............
झाबुआ: मध्य प्रदेश अजब-गजब घटनाओं का राज्य है। आज मध्य प्रदेश स्थापना दिवस पर आपको एक दिलचस्प कहानी सुनाते हैं। मध्य प्रदेश के धार जिले की तहसील मनावर के गांव उमरबन भमोरी में वर्ष 1985 में 5 सितंबर को शिक्षक दिवस पर एक बालक का जन्म हुआ। इसी बीच पिता ने बालक का नाम रख दिया मध्य प्रदेश। वहीं लड़के के पिता मदनसिंह गांव के काफी सम्मान प्राप्त व्यक्ति थे।
मदनसिंह पढ़े-लिखे तो नही थे, परंतु उन्हें नाॅलेज बहुत था और गुस्से के भी तेज थे। मदनसिंह की बड़ी इच्छा थी कि वे अपने बच्चों को पढ़ा लिखाकर अच्छा जीवन दें। वहीं मदनसिंह के सबसे छोटे बेटे मध्यप्रदेश सिंह वर्तमान में 35 वर्ष के हो चुके है और वर्तमान में झाबुआ स्थित शासकीय शहीद चंदशेखर आजाद महाविद्यालय में अतिथि प्राध्यापक के रूप में भूगोल पढ़ा रहे हैं।
वहीं शादी के बाद जब मध्य प्रदेश सिंह के घर में जब पुत्र का जन्म हुआ तो उन्होंने उसका नाम भोपाल रखा। इसके बारे में उन्होंने बताया कि उनकी बड़ी इच्छा थी कि अगर उनका नामकरण राज्य के नाम पर हुआ है तो पुत्र का नाम राजधानी के नाम पर होना चाहिए। मध्यप्रदेश स्थापना दिवस पर मध्यप्रदेश सिंह अमलावर और उनके पुत्र भोपाल सिंह अमलावर के उज्जवल भविष्य की हम कामना करते हैं।