Edited By meena, Updated: 12 May, 2022 12:41 PM
रीवा जिले के देवतलाब स्थित शिव मंदिर में ड्रेस कोड लागू करने का फैसला किया गया है। निर्धारित ड्रेस कोड के मुताबिक अब पुरुषों को महदेव के स्पर्श दर्शन के लिए धोती-कुर्ता पहनना होगा और महिलाओं को साड़ी पहनना होगा। परंपरागत वस्त्रों को पहनने के बाद ही...
रीवा(सुभाष मिश्रा): रीवा जिले के देवतलाब स्थित शिव मंदिर में ड्रेस कोड लागू करने का फैसला किया गया है। निर्धारित ड्रेस कोड के मुताबिक अब पुरुषों को महदेव के स्पर्श दर्शन के लिए धोती-कुर्ता पहनना होगा और महिलाओं को साड़ी पहनना होगा। परंपरागत वस्त्रों को पहनने के बाद ही भोलेनाथ को हांथ से स्पर्श किया जा सकेगा।
रीवा जिले के देवतालाब में शिव मंदिर परिषद की बैठक साल में दो बार होती है इस बैठक में मंदिर से जुड़े प्रबंधन और सौंदर्यीकरण पर चर्चा होती है। रविवार को भी इस मुद्दे पर हुई बैठक के बाद अचानक ड्रेस कोड लागू कर दिया गया है।
बता दें कि महाकाल की नगरी उज्जैन तथा काशी विश्वनाथ में भी भगवान भोलेनाथ के दर्शन को लेकर इस तरह के नियम बनाए गए हैं। यहां गर्भगृह में प्रवेश करने के लिए पुरुषों के लिए धोती और महिलाओं के लिए साड़ी अनिवार्य पहनावा है। रीवा जिले के देवतालाब स्थित श्रृंगेश्वर धाम शिव मंदिर में भी अब यह नियम लागू किया गया है। मंदिर प्रबंध सिमिति की बैठक में समिति ने मंदिर में प्रवेश करने के लिए ड्रेस कोड निर्धारित करने का प्रस्ताव पारित किया। प्रस्ताव के अनुसार मंदिर के बाहर से हर व्यक्ति को भगवान भोलेनाथ के दर्शन मिलेंगे। लेकिन मंदिर के अंदर प्रवेश करने के लिए पुरूषों को परदनी तथा महिलाओं को साड़ी पहनना आवश्यक होगा। मंदिर को लेकर तय की गई नई व्यवस्था के तहत अब जींस, पैंट, शर्ट और सूट बूट पहने लोग दर्शन तो कर सकेंगे लेकिन उन्हें शिवलिंग को स्पर्श करने की अनुमति नहीं होगी। भगवान के दर्शन के लिए परिसर में एलईडी स्क्रीन लगाने की प्रक्रिया पूर्ण की जाएगी।