Edited By meena, Updated: 16 Jan, 2020 12:16 PM
मध्य प्रदेश में एनआससी और सीएए का विरोध हो रहा है। प्रदेश सरकार ने राज्य में सीएए लागू करने से साफ मना कर दिया है। इसी बीच राज्य सरकार में पर्यावरण विभाग के उपसचिव नियाज अहमद ने ट्वीट कर पीएम मोदी को अलग सा सुझाव...
भोपाल: मध्य प्रदेश में एनआससी और सीएए का विरोध हो रहा है। प्रदेश सरकार ने राज्य में सीएए लागू करने से साफ मना कर दिया है। इसी बीच राज्य सरकार में पर्यावरण विभाग के उपसचिव नियाज अहमद ने ट्वीट कर पीएम मोदी को अलग सा सुझाव दिया है। नियाज खान कई किताबें भी लिख चुके हैं। ट्वीट में यह राय उन्होंने लेखक के तौर पर दी है। उन्होंने कहा कि कुछ भ्रष्ट लोग खुद को देशभक्त कहते हैं। ऐसे लोगों को एनआरसी के जरिए बाहर कर देना चाहिए।
उन्होंने लिखा है कि, विश्वास कीजिये, अगर यह सच्चे मन से लागू किया जाए तो सरकारी स्वामित्व वाले कई पद रिक्त हो जाएंगे। फिर ईमानदार लोगों को देश की सेवा करने का अवसर प्राप्त होगा। एक लेखक और भारत का नागरिक होने के नाते, मैं माननीय प्रधानमंत्री महोदय से निवेदन करता हूं कि इस बिंदु पर गौर करें। ये आज के समय की मांग है, सिर्फ ईमानदार लोगों को राष्ट्र का नागरिक होना चाहिए। ऐसा कोई भी व्यक्ति जो भ्रष्ट है उसे नागरिक होने का अधिकार नहीं, लेकिन अफसोस कि ऐसे ही लोग खुद को सबसे बड़ा देशभक्त बता रहे हैं।
देश स्वच्छ हो जाए अगर ऐसे भ्रष्ट लोगों को राष्ट्र के नागरिक रजिस्टर से बाहर कर दिया जाए। NRC उनके खिलाफ होना चाहिए जो सरकारी पैसे चुराते हैं। राष्ट्र का एक एक पैसा उन गरीब नागरिकों का है जो रोजी रोटी के लिये संघर्ष कर रहे हैं। कितने बच्चों के पास तन ढंकने के लिए कपड़े नहीं है। भ्रष्ट सरकारी सत्ता प्राप्त लोग इस गरीबी के लिए ज़िम्मेदार हैं।
सोशल मीडिया में अक्सर रहते हैं सक्रिय
बता दें कि लेखक व राज्य प्रशासनिक सेवा के अधिकारी नियाज अहमद पहले भी कई बार सोशल मीडिया के जरिए अपने विचार दे चुके हैं। देश में जब मॉब लिंचिंग की घटनाएं सामने आ रही थी तो उन्होंने अपने नाम बदलने को लेकर टिप्पणी की थी। इससे पहले नियाज अंडरवल्र्ड डॉन अबू सलेम और मोनिका बेदी की प्रेम कहानी लिखने के लिए सरकार से इजाजत मांगने के मामले को लेकर सुर्खियां बटोर चुके हैं।