Edited By meena, Updated: 16 Jan, 2020 04:21 PM
MPPSC की परीक्षा पत्र में भील जनजाति पर पूछे गए विवादित प्रश्न के मामले में जिम्मेदार अधिकारियों के खिलाफ एट्रोसिटी एक्ट के तहत मामला दर्ज कर लिया गया। इस मामले में इंदौर के अजाक थाना में FIR दर्ज कराई गई है। बताया जा रहा है कि जय...
इंदौर(गौरव कंछल): MPPSC की परीक्षा पत्र में भील जनजाति पर पूछे गए विवादित प्रश्न के मामले में जिम्मेदार अधिकारियों के खिलाफ एट्रोसिटी एक्ट के तहत मामला दर्ज कर लिया गया। इस मामले में इंदौर के अजाक थाना में FIR दर्ज कराई गई है। बताया जा रहा है कि जय आदिवासी युवा संगठन के कार्यकर्ताओं ने थाने पहुंचकर FIR दर्ज करने का आवेदन दिया था। फिलहाल अभी सभी जिम्मेदार अधिकारियों पर केस दर्ज किया गया है लेकिन जांच में जो अधिकारी जिम्मेदार पाया जाएगा उसी के खिलाफ कार्रवाई की जाएगी।
ये है पूरा मामला
12 जनवरी को हुई MP PSC की में एक गद्यांश के रुप में भील जनजाति के बारे में कुछ आपत्तिजनक बातें लिखी थी। इसके बाद इस पर कुछ सवाल भी पूछे गए थे जिनमें भील जनजाति को आपराधिक जाति का बताया गया था। इससे जय आदिवासी युवा संगठन आक्रामक मूड में है। उसने पूरे प्रदेश में सड़क पर उतरकर आंदोलन की चेतावनी दी है।
विधानसभा में उठेगा मुद्दा
जयस के संरक्षक और कांग्रेस विधायक हीरालाल अलावा ने विधानसभा अध्यक्ष एनपी प्रजापति को चिट्ठी लिखकर 16- 17 जनवरी को होने वाले विधानसभा सत्र में इस गंभीर मुद्दे पर चर्चा कराने की मांग की है। हीरालाल अलावा का कहना है इससे पूरी भील समुदाय का अपमान हुआ है. इसमें जिम्मेदारों पर सख्त कार्रवाई की जानी चाहिए।
सीएम से मिले थे आनंद राय
मगलवार को आरटीआई एक्टिविस्ट और जयस नेता डॉ आनंद राय ने सीएम कमलनाथ से मुलाकात कर इस मामले में जल्द कार्रवाई करने की मांग रखी थी। उन्होंने इसके लिए MPPSC के चेयरमैन भास्कर चौबे और सचिव रेणु पंत को तत्काल बर्खास्त करने की अपील की थी। मामले की गंभीरता को देखते हुए सीएम कमलनाथ ने तुरंत कार्रवाई का आश्वासन दिया था।