Edited By Vikas kumar, Updated: 02 Oct, 2019 10:30 AM
शासन ने मंगलवार देर रात हनीट्रैप मामले में गठित SIT की कमान स्पेशल डीजी साइबर क्राइम राजेंद्र कुमार को सौंप दी। सरकार का मानना है कि इस मामले में अफसरों और राजनेताओं की संलिप्तता सामने आ रही है इसलिए मामले की जांच के लिए ऐसे वरिष्ठ अफसरों को रखा गया...
भोपाल (इजहार हसन खान): शासन ने मंगलवार देर रात हनीट्रैप मामले में गठित SIT की कमान स्पेशल डीजी साइबर क्राइम राजेंद्र कुमार को सौंप दी। सरकार का मानना है कि इस मामले में अफसरों और राजनेताओं की संलिप्तता सामने आ रही है इसलिए मामले की जांच के लिए ऐसे वरिष्ठ अफसरों को रखा गया है जिन्होंने पहले भी कई महत्वपूर्ण मामले हैंडल किए हैं। राजेंद्र कुमार के नेतृत्व में गठित SIT में एडीजी साइबरक्राइम मिलिंद कानस्कर और SSP इंदौर रुचि वर्धन मिश्रा भी हैं। इससे पहले SIT चीफ बनाए गए संजीव शमी को एंटी नक्सल शासक के साथ ही पुलिस भर्ती शाखा का अतिरिक्त प्रभार दिया गया है। सरकार के मुताबिक एक साल में 20,000 से अधिक पुलिसकर्मियों की भर्ती करनी है इसलिए समी को यह जिम्मेदारी सौंपी गई है।
साइबर सेल के स्पेशल DGP पुरुषोत्तम शर्मा को लोक अभियोहन संचालनालय भेजा गया है। शर्मा वहां संचालक बनाए गए हैं। इससे पहले भी 24 घंटे के अंदर SIT प्रमुख को बदला गया था जिस पर सरकार की काफी किरकिरी हुई थी। सबसे पहले श्रीनिवासन वर्मा को SIT चीफ बनाया गया था। इसके 24 घंटे में ही वर्मा को हटाकर संजीव शमी को SIT चीफ बनाया गया। लेकिन अब नए फैसले के तहत राजेंद्र कुमार एसआईटी का जिम्मा संभालेंगे।