Edited By meena, Updated: 15 Jul, 2025 07:17 PM

शहडोल जिले के बुढ़ार थाना क्षेत्र अंतर्गत अमलाई चौक स्थित एक निजी होटल में सोमवार की रात जन्मदिन की खुशियां उस...
शहडोल (कैलाश लालवानी) : शहडोल जिले के बुढ़ार थाना क्षेत्र अंतर्गत अमलाई चौक स्थित एक निजी होटल में सोमवार की रात जन्मदिन की खुशियां उस समय चीख पुकार में बदल गईं जब एक पुलिस आरक्षक ने युवकों पर जमकर कहर बरपा दिया। ग्राम जमुई से आए कुछ युवक होटल के एक कमरे में बर्थडे पार्टी मना रहे थे। केक काटा जा चुका था और सभी शांतिपूर्वक पार्टी का आनंद ले रहे थे। तभी अचानक बगल के कमरे से कथित रूप से शराब के नशे में धुत पुलिसकर्मी शिशिर वहां पहुंचा और बिना किसी कारण के युवकों से गाली-गलौज करते हुए मारपीट शुरू कर दी।
प्रत्यक्षदर्शियों के अनुसार, आरक्षक शिशिर युवकों को कमरे में बंद कर लात-घूंसे चलाने लगा। पार्टी में लाया गया केक भी उसने फेंक दिया। यह पूरी घटना होटल परिसर में लगे सीसीटीवी कैमरे में रिकॉर्ड हो गई है, जिसका वीडियो अब सोशल मीडिया पर वायरल हो रहा है। घटना के बाद युवकों में दहशत का माहौल बन गया और आसपास के लोगों में भी नाराजगी फैल गई।
बताया जा रहा है कि आरक्षक शिशिर पूर्व में भी इसी तरह की हरकतें कर चुका है और विभागीय अनुशासन को कई बार तोड़ चुका है। लेकिन इस बार उसने सभी सीमाएं लांघते हुए निर्दोष युवकों पर हमला कर दिया। सवाल यह भी उठ रहे हैं कि घटना के वक्त वह ड्यूटी पर था या शराब के नशे में ऑफ ड्यूटी होकर होटल में मौज कर रहा था।
पुलिसकर्मी के इस रवैये ने एक बार फिर कानून व्यवस्था पर सवाल खड़े कर दिए हैं। जिस पुलिसकर्मी को जनता की सुरक्षा की जिम्मेदारी सौंपी गई है, अगर वही आम नागरिकों पर हिंसा करने लगे तो लोग न्याय की उम्मीद किससे करें?

मामले की गंभीरता को देखते हुए शहडोल एसपी रामजी श्रीवास्तव ने तुरंत संज्ञान लिया और आरक्षक शिशिर को लाइन अटैच कर दिया। उन्होंने मामले की जांच के आदेश भी जारी कर दिए हैं। एसपी ने स्पष्ट कहा है कि दोषी पाए जाने पर पुलिसकर्मी पर सख्त कार्रवाई की जाएगी।
यह घटना पुलिस विभाग के भीतर अनुशासनहीनता और जवाबदेही की कमी को उजागर करती है। अगर ऐसे मामलों में सख्त कदम नहीं उठाए गए, तो पुलिस की छवि और जनता का भरोसा दोनों पर आंच आएगी। अब देखना यह है कि जांच के बाद आरोपी आरक्षक पर क्या कार्रवाई होती है, और पीड़ित युवकों को न्याय कब तक मिलता है।