Edited By meena, Updated: 21 Feb, 2020 12:30 PM
मध्य प्रदेश की कांग्रेस सरकार में आज कल कुछ ठीक नहीं चल रहा। पार्टी के वचनपत्र पर सवाल उठाने के बाद सीएम कमलनाथ और ज्योतिरादित्य सिंधिया के बीच छिड़ी जंग से प्रदेश में एक अलग ही महौल निर्मित हो गया है। नौबत यहां तक पहुंच गई है कि सिंधिया समर्थक अब...
भोपाल: मध्य प्रदेश की कांग्रेस सरकार में आज कल कुछ ठीक नहीं चल रहा। पार्टी के वचनपत्र पर सवाल उठाने के बाद सीएम कमलनाथ और ज्योतिरादित्य सिंधिया के बीच छिड़ी जंग से प्रदेश में एक अलग ही महौल निर्मित हो गया है। नौबत यहां तक पहुंच गई है कि सिंधिया समर्थक अब महाराज को कांग्रेस से अलग होकर पर्सनल पार्टी बनाने की सलाह देने लगे हैं। महिला कांग्रेस की प्रदेश महासचिव रुचि राय ठाकुर ने ज्योतिरादित्य सिंधिया से उनके पिता माधवराव सिंधिया की पार्टी मध्य प्रदेश विकास कांग्रेस को एक बार फिर पुनर्जीवित करने की मांग की है।
दरअसल, महिला कांग्रेस की प्रदेश महासचिव रुचि राय ठाकुर ने सोशल मीडिया पर एक पोस्ट शेयर की है। उनका कहना है कि 1990 के दशक में कांग्रेस पार्टी ने कुछ इसी तरीके से स्वर्गीय माधवराव सिंधिया की अनदेखी की थी, उसी के चलते उन्होंने 1996 में न केवल एक अलग पार्टी का गठन किया बल्कि इसके चुनाव चिह्न पर चुनाव लड़कर भारी मतों से चुनाव भी जीता था।
रुचि ठाकुर ने कहा कि जिस तरीके से मध्य प्रदेश में सत्ता परिवर्तन में पूर्व केंद्रीय मंत्री और राष्ट्रीय महासचिव ज्योतिरादित्य सिंधिया का योगदान है, वह किसी से छिपा नहीं है। लेकिन इसके बावजूद सरकार में आने के बाद उन्हें को अहमियत नहीं दी गई जो मिलनी चाहिए थी। वह जनता के हितों को ध्यान में रखते हुए जब वचन पूरे ना होने पर सड़कों पर उतरने की बात करते हैं तो प्रदेश के मुखिया कमलनाथ यह कह देते हैं कि उन्हें सड़कों पर उतरना है तो उतर जाएं।
सिंधिया और सीएम कमलनाथ के बीच हुई बयान बाजी के बाद प्रदेश सरकार के दो मंत्री इमरती देवी और प्रदुमन सिंह तोमर सिंधिया के साथ सड़कों पर उतरने का एलान कर चुके हैं. जबकि सीएम कमलनाथ ने आज ही इस बात को स्पष्ट किया है कि वह किसी से नाराज नहीं है. लेकिन उसके बावजूद भी सिंधिया समर्थकों के इस तरीके से बयान आना कहीं ना कहीं पार्टी के लिए मुश्किलें खड़ी कर रहा है.