Edited By Vikas Tiwari, Updated: 31 Jul, 2023 03:41 PM

खैरागढ़ के पूर्व विधायक राजा देवव्रत सिंह के निधन के बाद से उनकी पहली पत्नी पद्मा सिंह और विभा सिंह के बीच संपत्ति को लेकर विवाद चलता ही आ रहा है। कांग्रेस के नेशनल स्पोकपर्सन और राजनांदगांव से एमपी रहे देवव्रत सिंह और उनकी पत्नी पद्मा सिंह के बीच...
खैरागढ़ (देवेंद्र गोरले): खैरागढ़ के पूर्व विधायक राजा देवव्रत सिंह के निधन के बाद से उनकी पहली पत्नी पद्मा सिंह और विभा सिंह के बीच संपत्ति को लेकर विवाद चलता ही आ रहा है। कांग्रेस के नेशनल स्पोकपर्सन और राजनांदगांव से एमपी रहे देवव्रत सिंह और उनकी पत्नी पद्मा सिंह के बीच सितंबर 2016 में तलाक हो गया था। दोनों ने आपसी समझौते के तहत तलाक लिया था, पत्नी से अलग होने के लिए देवव्रत को तकरीबन 11 करोड़ रुपए चुकाने पड़े थे। वे खैरागढ़ राजपरिवार से ताल्लुकात रखते हैं, नवंबर 2021 में उनका हार्ट अटैक से निधन हो गया था। जिस समय देवव्रत सिंह का निधन हुआ, तब उनकी पत्नी विभा सिंह थीं जबकि पूर्व पत्नी पद्मा सिंह से उन्होंने दिसंबर 2016 में तलाक ले लिया था उस समय कोर्ट ने बेटी शताक्षी सिंह को पिता देवव्रत सिंह और बेटे आर्यव्रत सिंह को मां के साथ रहने के आदेश दिए थे। देवव्रत के निधन के बाद अचानक संपत्ति विवाद सामने आया। इसे देखते हुए विभा सिंह ने प्रशासन से सील करने अपील की थी। जहां पर पहले उदयपुर पैलेस फिर खैरागढ़ स्थित कमल विलास पैलेस दोनों को सील कर दिया था।

वर्तमान में राज परिवार से नया मामला सामने आ गया है। जिसे लेकर रानी विभा सिंह ने छुईखदान थाने में आवेदन देकर शिकायत किया है। आपको बता दें कि ये वही उदयपुर है जहां पर पिछले वर्ष रानी विभा सिंह पर स्थानीय असमाजिक तत्वों तथा गुंडों के द्वारा इन पर जानलेवा हमला हुवा था। रानी विभा सिंह भारी मात्रा में पुलिस सुरक्षा के बावजूद बमुश्किल अपनी जान बचा पाई थी। फिलहाल बलवा कांड घटित मामले पर आज तक किसी की गिरफ्तारी नहीं हो पाई है। कहा जा रहा है कि जिला कलेक्टर के पास मामले की जांच चल रही है।
ग्राम उदयपुर स्तिथ पैलेस में स्व. राजा देवव्रत सिंह और रानी विभा सिंह निवास किया करते थे। यहां राजपरिवार की अरबों की चल अचल संपत्ति मौजूद है। रानी विभा सिंह ने बलवा कांड के बाद से उदयपुर पैलेस को सील करवाते हुए न्याय की मांग करते हुए मामला हाईकोर्ट में डाल रखा है। विभा सिंह के नाम पर ज़मीन के साथ साथ कृषि कार्यों में उपयोग किये जाने वाले कुछ कृषि यंत्र एवं वाहन है। जिनसे कृषि कार्य कर रही हैं। लेकिन इस बार खाकी पर इल्जाम लगा है कि रानी विभा सिंह से पुलिस गुंडागर्दी कर रही है। उन्हें कृषि कार्य किये जाने से रोका जा रहा है। स्वयं के नाम पर कृषि वाहन को उन्हें बाहर निकालने से उनके केयर टेकर को रोका जा रहा है। जबकि एक दो दिन पहले ही वह ट्रैक्टर खैरागढ़ में था।
रानी विभा सिंह के अनुसार उदयपुर पैलेस के गेट को शील किया गया है, न कि पैलेस के बाहर स्थान को। यदि मेरे निजी वाहन को कोई क्षति पहुंचाता है या किसी प्रकार का दुर्घटना हो जाता है तो क्या पुलिस इसकी जिम्मेदारी लेगी। टीआई जितेंद्र बंजारे पर पैसे मांगने एवं पैसे दिए जाने वालों के लिए काम करने का सीधा सीधा आरोप लगाई हैं। बहरहाल वर्तमान में केयरटेकर द्वारा वाहन रखे स्थान पर स्तिथ दरवाजे पर ताला लगाया गया था। जिसे तोड़ दिया गया। इसके बाद पुनः ताला लगाते हुए छुईखदान थाना को एक लिखित में शिकायत पत्र देते हुए अपने संपत्ति की सुरक्षा की मांग की है। वहीं टीआई के द्वारा दुर्व्यवहार एवं उपरोक्त मामले में अनभिज्ञता जाहिर करने तथा अपने पद का दुरुपयोग किये जाने पर टीआई छुईखदान की शिकायत जिला एसपी , दुर्ग आई जी सहित डीजीपी को रानी विभा सिंह तैयारी कर रहे हैं।