Edited By meena, Updated: 15 Jul, 2022 07:12 PM
कांग्रेस के महापौर पद के प्रत्याशी संजय शुक्ला ने कहा है कि नगरीय निकाय के चुनाव में पूरे प्रदेश में भारतीय जनता पार्टी की निश्चित हार को देखकर मतगणना में गड़बड़ी करने की तैयारी सरकार के इशारे पर की गई है।
इंदौर(सचिन बहरानी): कांग्रेस के महापौर पद के प्रत्याशी संजय शुक्ला ने कहा है कि नगरीय निकाय के चुनाव में पूरे प्रदेश में भारतीय जनता पार्टी की निश्चित हार को देखकर मतगणना में गड़बड़ी करने की तैयारी सरकार के इशारे पर की गई है। राज्य निर्वाचन अधिकारी ने जो फैसले लेकर आज सूचित किया है वह गड़बड़ी की ओर संकेत करते हैं।
शुक्ला ने कहा कि इंदौर की जनता ने बदलाव के लिए मतदान किया। विकास के नाम पर इंदौर में हुए भ्रष्टाचार को उखाड़ फेंकने के लिए लाइन में लगकर 6 जुलाई को अपने वोट डालें। इंदौर के जिला निर्वाचन अधिकारी की अध्यक्षता में हुई स्टैंडिंग कमेटी की बैठक में पूर्व में ही यह फैसला ले लिया गया था कि मतगणना के दौरान ईवीएम मशीनों पर जो गणना की जाएगी, वह सीसीटीवी के माध्यम से बड़ी स्क्रीन पर दिखाई जाएगी। ताकि मतगणना की निष्पक्षता संदेह से परे रहे। इसके साथ ही हमेशा की तरह मतगणना के हर कक्ष में एक ए आर ओ की नियुक्ति रहेगी। इन फैसलों के हिसाब से हम मतगणना में पारदर्शिता के पक्षधर रहे हैं।
शुक्ला ने कहा कि आज ही राज्य निर्वाचन अधिकारी के द्वारा एक आदेश जारी करते हुए सभी जिला निर्वाचन अधिकारी को भेजा गया है। इस आदेश में उन्होंने ईवीएम मशीन की गणना को सी सी टीवी पर प्रदर्शित किए जाने पर रोक लगा दी है। इसके साथ ही लोकतांत्रिक इतिहास में पहली बार मतगणना के हर कक्ष में ए आर ओ नहीं होगा। इस बारे में भी राज्य निर्वाचन अधिकारी के द्वारा आदेश जारी किया गया है। शुक्ला ने कहा कि राज्य निर्वाचन अधिकारी के यह आदेश प्रदेश में भाजपा की सुनिश्चित हार को गड़बड़ी कर जीत में बदलने की कोशिश के रूप में जनता के सामने हैं। प्रदेश सरकार और भाजपा को यह लग गया है कि जिस तरह पंचायत के चुनाव में ग्रामीण क्षेत्र की जनता ने भाजपा को नकारा है। उसी तरह से नगर निगम और नगर पालिका के चुनाव में भी शहरी क्षेत्र की जनता भाजपा को नकार देगी। अपनी निश्चित हार को देखकर सरकार के इशारे पर राज्य निर्वाचन कार्यालय के द्वारा यह गड़बड़ी पैदा करने की गुंजाइश तैयार की गई है। कांग्रेस इस व्यवस्था का घोर विरोध करती है। हमारा कहना साफ है कि जनता ने जो वोट दिया है, उस वोट को पारदर्शी तरीके से गिनती कर उसका परिणाम सामने लाओ। गड़बड़ी के माध्यम से अपने मन का परिणाम सामने मत लाओ।