Edited By Vikas kumar, Updated: 20 Aug, 2019 03:28 PM
देशभर के सुरक्षा संस्थान निगमीकरण के विरोध में आज से एक महीने की हड़ताल पर चले गए हैं। जबलपुर में इसका असर देखने को मिला। जिला की ऑडनेंस फैक्ट्री खमरिया, व्हीकल फैक्ट्री और गन फैरिज फैक्ट्री जबलपुर सहित ग्रे आयरन फांउड्री फैक्ट्री के कर्मचारी भी आज...
जबलपुर: देशभर के सुरक्षा संस्थान निगमीकरण के विरोध में आज से एक महीने की हड़ताल पर चले गए हैं। जबलपुर में इसका असर देखने को मिला। जिला की ऑर्डिनेंस फैक्ट्री खमरिया, व्हीकल फैक्ट्री और गन फैरिज फैक्ट्री जबलपुर सहित ग्रे आयरन फांउड्री फैक्ट्री के कर्मचारी भी आज से हड़ताल पर चले गए हैं। हड़ताल के वाबजूद कई कर्मचारी फैक्ट्री के अंदर जाने की कोशिश कर रहे थे लेकिन उन्हें गेट पर ही खड़े कर्मचारियों ने रोक लिया।
जानकारी के मुताबिक कल रक्षा सचिव ने चारों यूनियन के पदाधिकारियों को बातचीत के लिए बुलाया था। चार में से दो यूनियन हड़ताल को लेकर किसी भी तरह से रक्षा सचिव से बात करने के लिए तैयार नहीं थे। इसलिए बैठक स्थगित करनी पड़ी लेकिन आज बैठक होने की उम्मीद है। वहीं हड़ताल को लेकर कर्मचारियों का कहना है कि अगर सुरक्षा संस्थानों का निगमीकरण होता है तो न सिर्फ देश पर खतरा मंडरा जाएगा बल्कि हजारों कर्मचारी कारपोरेट सेक्टर में बंध कर रह जाएंगे। एक महीने तक चलने वाली हड़ताल आज से शुरु हो गई है।
वहीं पुलिस प्रसासन की व्यवस्था और धारा 144 धरी की धरी रह गई। दरअसल, पुलिस प्रशासन के सामने ही नेताओं ने फैक्ट्री जाने वाले कर्मचारियों को रोक कर भगा दिया। लेकिन प्रशासनिक अधिकारियों का मानना है कि स्वेच्छा से ही सभी कर्मचारियों को रोक कर भगा दिया। बहरहाल निगमीकरण और मोदी सरकार के खिलाफ आज से शुरू हुई एक माह की हड़ताल का पहला दिन पूरी तरह से सफल रहा।