Edited By Himansh sharma, Updated: 08 Dec, 2025 02:05 PM

मध्य प्रदेश के सागर जिले में बीएलओ ड्यूटी कर रही एक महिला शिक्षक की हार्ट अटैक से मौत ने सिस्टम की कार्यप्रणाली पर गंभीर सवाल खड़े कर दिए हैं।
सागर। मध्य प्रदेश के सागर जिले में बीएलओ ड्यूटी कर रही एक महिला शिक्षक की हार्ट अटैक से मौत ने सिस्टम की कार्यप्रणाली पर गंभीर सवाल खड़े कर दिए हैं। निवारी के प्राइमरी स्कूल में पदस्थ लक्ष्मी जारोलिया, जो पिछले 4-5 वर्षों से BLO का काम कर रही थीं, रविवार को इलाज के दौरान जिंदगी की जंग हार गईं।
बेटे का आरोप - “मां सुबह से रात 12 बजे तक SIR का काम करती थीं, दबाव में टूट गईं
परिजनों का कहना है कि SIR सर्वे के दौरान लगाए जा रहे अत्यधिक काम के बोझ ने लक्ष्मी की हालत बिगाड़ी।
उनके बेटे देवांशु जारोलिया ने बताया—
“मां का मोबाइल ठीक से नहीं चलता था, तकनीकी कामों में दिक्कत आती थी।”
“इसके बावजूद रोज सुबह से देर रात तक रिपोर्ट, फॉर्म और डेटा भेजने का दबाव रहता था।”
इसी तनाव में सर्वे के दौरान उनकी तबीयत खराब हुई और फिर हार्ट अटैक आया।
करीब 10 दिन पहले तबीयत बिगड़ने पर उन्हें पहले सागर, फिर भोपाल के निजी अस्पताल में भर्ती कराया गया, लेकिन हालत में सुधार नहीं हुआ और रविवार को उनका निधन हो गया।
प्रशासन बोला—“2011 से हार्ट मरीज थीं
रहली तहसीलदार राजेश पांडे ने बताया कि महिला पहले से हार्ट की मरीज थीं और उनका लगातार इलाज चल रहा था। प्रशासन ने मौत को पुरानी बीमारी से जोड़कर बताया है, लेकिन परिवार ने इसे काम का अत्यधिक दबाव” बताया।
परिवार पर टूटा दुखों का पहाड़
लक्ष्मी जारोलिया परिवार की इकलौती कमाने वाली सदस्य थीं।
पति की पहले ही मौत हो चुकी थी
दो बेटियां और एक बेटा है
बड़ी बेटी और बेटे की शादी हो चुकी है
छोटी बेटी अभी पढ़ाई कर रही है
परिवार का सहारा छिन जाने से घर में मातम पसरा हुआ है।