Edited By ASHISH KUMAR, Updated: 17 Feb, 2019 09:48 AM
नर्मदा पुरम के संभाग आयुक्त आरके मिश्रा ने हरदा जिले में रेत डंपर वालों से 70 हजार रुपए की रिश्वत के आरोपों से घिरे तत्कालीन नायब तहसीलदार अनुराग उइके को निलंबित कर दिया है। इस दौरान उनका मुख्यालय हरदा कलेक्टोरेट रहेगा। वहीं उनके साथ मौजूद रहीं नायब...
भोपाल: नर्मदा पुरम के संभाग आयुक्त आरके मिश्रा ने हरदा जिले में रेत डंपर वालों से 70 हजार रुपए की रिश्वत के आरोपों से घिरे तत्कालीन नायब तहसीलदार अनुराग उइके को निलंबित कर दिया है। इस दौरान उनका मुख्यालय हरदा कलेक्टोरेट रहेगा। वहीं उनके साथ मौजूद रहीं नायब तहसीलदार सोनिया परिहार को कारण बताओ नोटिस जारी किया गया है।
दरअसल, 24 अक्तूबर को सोशल मीडिया पर एक वीडियो वायरल हुआ था। इस वीडियो में उइके के निजी वाहन चालक द्वारा रेत डंपर वालों से 60 से 70 हजार रुपए लेकर उनकी गाड़ी में रखने का खुलासा मीडिया में हुआ था। यही नहीं उइके के ड्राइवर ने रेत डंपर वालों द्वारा उसके साथ मारपीट की शिकायत भी थाने में दर्ज करवाई थी। कलेक्टर ने झालवां निवासी राहुल मीणा व अन्य की शिकायत की जांच कराई।
जिसे जांच के लिए जिला कलेक्टर को भेजा गया था। जांच के बाद कमिश्नर रविंद्र मिश्रा ने उइके को निलंबित कर दिया। इस घटना के दौरान उनके साथ रही नायब तहसीलदार सोनिया परिहार पर भी कार्रवाई की गई है। उनसे सात दिन में जवाब मांगा गया है।
गौरतलब है कि डंपर मालिकों ने अनुराग उइके के खिलाफ 26 अक्टूबर को कलेक्टर से शिकायत की थी। इस शिकायत में डंपर मालिकों ने बताया था कि वह रायल्टी पर रेत, गिट्टी, मुरुम आदि खनिज वाहन से परिवहन कर उसका विक्रय करते हैं। लेकिन इसके बाद भी अफसर उनपर रिश्वत देने का दबाव बनाते हैं।