Edited By Himansh sharma, Updated: 10 Jul, 2025 04:32 PM

खंडवा में श्री दादाजी के मंदिर में गुरु पूर्णिमा पर लगता है भक्तों का तांता,
खंडवा। (मुश्ताक मंसूरी): मध्य प्रदेश के खंडवा जिले में धूनी वाले दादाजी के आश्रम में देश भर से हजारों शिष्य उनकी समाधि पर माथा टेकने आते हैं। खंडवा में इंदौर रोड़ पर स्थित भगवान शंकर के अवतार कहे जाने वाले संत केशवानंद जी महाराज की भव्य समाधि स्थापित है। यहां उन्होंने सन 1930 में अपना देहत्याग किया था। केशवानंद जी महाराज उर्फ़ बड़े दादाजी अपने निकट हमेशा एक धूनी जलाए रखते थे। वो धूनी आज भी खंडवा में लगातार पिछले करीब 90 वर्षों से जलती आ रही है। 12 साल तक उनके शिष्य हरिहर नाथ जी महाराज ने उनकी समाधि की सेवा की, 1942 में इन्होने भी देहत्याग कर दिया।
इनकी इच्छा स्वरूप हरिहर नाथ जी महाराज उर्फ़ छोटे दादाजी की समाधि भी बड़े दादाजी की समाधि के निकट स्थापित की गई। गुरु-शिष्य की इस अद्भूत मिसाल को देखने यहाँ देशभर से लाखों लोगों का गुरुपूर्णिमा के दिन जमावड़ा लगता है और इन भक्तों की सेवा में पूरा शहर जुट जाता है, 500 से अधिक निशुल्क भंडारों का आयोजन किया जाता है।
यहां पर निशान चढ़ाने का अपना एक महत्व श्रद्धा ,आस्था और विश्वास है। गुरु पूर्णिमा का यह उत्सव दादाजी के खंडवा में मुख्य समाधि होने के कारण अत्यंत उत्साह के साथ मनाया जाता है।