Edited By Devendra Singh, Updated: 24 Jul, 2022 12:55 PM

दावेदारों ने उप सरपंच की वोटिंग से पहले ऑपरेशन लोटस (operation lotus) चलाया और जीते हुए पंचों को किसी सुरक्षित स्थान पर ले गए हैं। ताकि वोटिंग वाले दिन तक कोई दूसरा दावेदार उनको नहीं साध सके।
नीमच (सिराज खान): जावद जनपद की सबसे बड़ी पंचायत जाट में उप सरपंच के चुनाव को लेकर मुकाबला रोचक हो गया है। पंचायत चुनाव में 20 वार्डो से पंच चुनकर आए हैं। इनमें से एक पंच को 12 पंच के वोट मिल जाते हैं तो वह उप सरपंच बन जाएगा। इस पद को लेकर अब उप सरपंच के दावेदारों ने भी बड़े नेताओं की तर्ज पर वार्ड पंच जीते हुए पंचों को साधना शुरू कर दिया है।
उप सरपंच के लिए रोचक मुकाबला
जानकारी के अनुसार इन दावेदारों ने उप सरपंच की वोटिंग से पहले ऑपरेशन लोटस (operation lotus) चलाया और जीते हुए पंचों को किसी सुरक्षित स्थान पर ले गए हैं। ताकि वोटिंग वाले दिन तक कोई दूसरा दावेदार उनको नहीं साध सके। जोड़तोड़ का ये सिलसिला सरपंच चुनाव के बाद से ही शुरू हो गया था। जाट पंचायत (jaat panchayat election 2022) में मुकाबला इसलिए रोचक हो गया है कि क्योंकि जाट की सरपंच सीट पर इस बार आदिवासी सरपंच लालूराम जीते हैं। अब उप सरपंच के लिए वो दावेदार हैं, जिनको यहां से चुनाव लड़कर सरपंच बनना था। लेकिन आदिवासी सीट होने से उनकी मंशा पर पानी फिर गया।
भूमिगत हुए पंच
जिसके कारण अब उप सरपंच के पद को महवपूर्ण माना जा रहा है और इस पद के लिए बंदरबांट शुरू हो चुकी है। उप सरपंच की वोटिंग कल है। कल यहां के 20 वार्डो के पंच वोट करके उप सरपंच चुनेंगे, इसलिए भारी जोड़तोड़ के चलते यहां के पंच भूमिगत हो गए हैं।
वोटिंग से पहले नजरबंद रहेंगे पंच
ऐसा पहली बार देखा जा रहा है कि किसी पंचायत में पहली बार आ रहा है। जब इस तरह पंच वोटिंग के ठीक पहले गायब हो चुके हैं। आमतौर पर बड़े पद के चुनाव में बड़ी राजनैतिक पार्टियां ही अपने अपने जीते हुए प्रत्याशी को वोटिंग से पहले नजरबंद रखती है। लेकिन पंचायत में उप सरपंच पद के लिए ऐसा रोचक मामला पहली बार देखने को मिल रहा है, जहां पंचों की इतनी तगड़ी आवभगत हो रही है।