Edited By Vikas kumar, Updated: 11 Oct, 2019 01:43 PM
भारत सरकार की मिनिस्ट्री ऑफ कल्चर भारतीय संस्कृति से युवा पीढ़ियों को परस्पर अवगत कराने के मकसद से हर साल राष्ट्रीय संस्कृति महोत्सव का आयोजन कराया जाता है। साल 2019 में म....
सतना (रविशंकर पाठक): भारत सरकार की मिनिस्ट्री ऑफ कल्चर भारतीय संस्कृति से युवा पीढ़ियों को परस्पर अवगत कराने के मकसद से हर साल राष्ट्रीय संस्कृति महोत्सव का आयोजन कराया जाता है। साल 2019 में मध्य प्रदेश के तीन संभागीय मुख्यालय को आयोजन के लिए चुना गया है। जबकि पिछले साल तक यह राष्ट्रीय आयोजन प्रदेश के किसी एक जगह पर आयोजित किया जाता था। लेकिन इस बार मिनिस्ट्री ऑफ कल्चर ने आयोजन को विस्तारित करते हुए संस्कारधानी जबलपुर, सागर और रीवा में आयोजित करने की योजना बनाई है।
रीवा में आगामी 20 और 21 अक्टूबर को टीआरएस कॉलेज के एनसीसी ग्राउंड पर राष्ट्रीय संस्कृति महोत्सव आयोजित कराया जाएगा। पूरे देश के विभिन्न विधाओं के नामचीन कलाकारों को आयोजन में हिस्सा लेने आना है। आयोजन के दोनों दिन शुरुआती 40 मिनट का समय भारत के लोक कलाकारों को दिया जाएगा। दो दिवसीय राष्ट्रीय संस्कृति महोत्सव से जुड़ी आवश्यक तैयारियों को समय रहते पूरा करने के लिए पंद्रह सदस्यों वाली टीम गुरुवार को रीवा पहुंच गई है। आयोजन समिति के अधिकारियों ने सबसे पहले आयोजन स्थल टीआरएस कालेज के एनसीसी ग्राउंड का मौका मुआयना किया। इसके उपरांत पूरी टीम टीआरएस कालेज के प्राचार्य डॉ रामलला शुक्ल से मुलाकात करने के लिए प्राचार्य कक्ष में पहुंच गई। टीम के दो प्रमुख अधिकारियों ने कालेज प्राचार्य डॉ रामलला शुक्ल से कहा कि दो दिवसीय राष्ट्रीय संस्कृति महोत्सव आयोजन के दौरान वाहन पार्किंग के लिए टीआरएस कालेज का मुख्य ग्राउंड उपलब्ध करवा दें। जिस पर संस्था प्रमुख ने कहा कि लिखित रुप में वे किसी तरह की अनुमति नहीं दे पाएंगे। उन्होंने बताया कि कलेक्टर ओपी श्रीवास्तव ने भी इस राष्ट्रीय संस्कृति महोत्सव के लिए लिखित में किसी तरह की अनुमति नहीं दी है। कालेज प्राचार्य डॉ रामलला शुक्ल ने बताया कि सुप्रीम कोर्ट के जजमेंट के बाद किसी भी शासकीय महाविद्यालय का प्राचार्य कालेज के ग्राउंड पर खेलकूद के अलावा दूसरी गतिविधियों के आयोजन के लिए अनुमति जारी नहीं करेगा। उन्होंने कहा कि चूंकि पहली बार हमारे रीवा को राष्ट्रीय संस्कृति महोत्सव जैसे बड़े आयोजन के लिए चुना गया है, इसलिए आयोजन को ऐतिहासिक तौर पर सफल बनाने के लिए जिला प्रशासन के साथ ही कालेज प्रबंधन भी परस्पर सहयोग प्रदान करेगा। 14 अक्टूबर को जबलपुर में राष्ट्रीय संस्कृति महोत्सव का आयोजन किया जाएगा। जबकि सागर में यह आयोजन 16 और 17 अक्टूबर को आयोजित होगा। जबकि अंतिम चरण में रीवा सहित पूरे संभाग के लोगों को भारतीय संस्कृति पर आधारित महोत्सव का आनंद उठाने का अवसर हासिल होगा।