Edited By meena, Updated: 16 Mar, 2023 02:07 PM

महू में आदिवासी युवती की गैंगरेप के बाद हत्या और पुलिस की गोली से युवक की मौत का मामला मध्यप्रदेश विधानसभा में छाया रहा।
भोपाल: महू में आदिवासी युवती की गैंगरेप के बाद हत्या और पुलिस की गोली से युवक की मौत का मामला मध्यप्रदेश विधानसभा में छाया रहा। मामले को लेकर कांग्रेस ने विधानसभा में सरकार को जमकर घेरा। साथ ही मृतका के परिवार को मुआवजा राशि की मांग को लेकर सदन में जमकर हंगामा हुआ। सरकार ने मृतका के परिजन को छह लाख मदद की घोषणा की है। इस पर कांग्रेस विधायकों ने विरोध जताया और सदन का वाक आउट कर दिया।
सदन की कार्रवाई की शुरुआत में ही महू घटना का मुद्दा उठा। इस दौरान गृहमंत्री नरोत्तम मिश्रा ने कहा कि आदिवासी युवती की मौत के बाद माहौल बिगड़ रहा था स्थिति को नियंत्रण में रखने के लिए पुलिस ने गोलियां चलाई और युवक की मौत हो गई वहीं नेता प्रतिपक्ष डॉ. गोविंद सिंह ने कहा, पुलिस को कमर के नीचे गोली चलाने के निर्देश होते हैं, उसके सीने पर गोली मारी गई। वहीं विधायक विजयलक्ष्मी साधो ने आरोप लगाए कि मामले में एफआईआर बहुत देरी से हुई एफआईआई में 3 घंटे का गैप है। लाठीचार्ज कर सकते थे लेकिन सीधे गोली मार दी। बहस करते करते स्थिति हंगामें की बन गई और कांग्रेस विधायक सदन के गर्भगृह में पहुंच गए। नारेबाजी करते हुए वॉकआउट कर दिया। महू घटना को लेकर कांग्रेस विधायक हीरालाल अलावा, विजयलक्ष्मी साधौ, सज्जन सिंह वर्मा ने सदन का वॉकआउट कर दिया और बाहर आकर जमकर नारेबाजी की। कांग्रेस विधायकों की मांग है कि मृतक के परिवार को एक करोड़ और एक एक व्यक्ति को सरकार नौकरी दी जाए। सरकार का रवैया आदिवासियों के प्रति बहुत गलत है। सरकार के जवाबदार व्यक्ति को यहां आकर वक्तव्य देना चाहिए।