Edited By meena, Updated: 17 Dec, 2025 06:41 PM

मध्य प्रदेश के कई जिलों के साथ साथ गुना में भी यूरिया खाद के लिए किसानों का संघर्ष जारी है, जो अब उनके जीवन पर भारी पड़ता नजर आ रहा है। मंगलवार को शहर की नानाखेड़ी मंडी स्थित डबल लॉक खाद वितरण केंद्र पर एक बड़ा हादसा होते-होते टल गया...
गुना (मिसबाह नूर) : मध्य प्रदेश के कई जिलों के साथ साथ गुना में भी यूरिया खाद के लिए किसानों का संघर्ष जारी है, जो अब उनके जीवन पर भारी पड़ता नजर आ रहा है। मंगलवार को शहर की नानाखेड़ी मंडी स्थित डबल लॉक खाद वितरण केंद्र पर एक बड़ा हादसा होते-होते टल गया। यहां अपनी बारी का इंतजार कर रहे एक किसान को अचानक दिल का दौरा पड़ गया और वह बेसुध होकर जमीन पर गिर पड़ा। मौके पर तैनात एक पुलिस आरक्षक ने अपनी सूझबूझ और तत्परता से किसान को सीपीआर देकर मौत के मुंह से बाहर निकाल लिया।
रबी सीजन में गेहूं की फसल के लिए यूरिया की भारी मांग है। किसान सुबह से ही लंबी लाइनों में लग रहे हैं। नानाखेड़ी मंडी केंद्र पर भी अपनी बारी की प्रतीक्षा कर रहे एक किसान की तबीयत अचानक बिगड़ी और वह बेहोश हो गया। वहां अफरा-तफरी का माहौल बन गया, लेकिन ड्यूटी पर तैनात कैंट थाने के आरक्षक अभिनेष रघुवंशी ने बिना समय गंवाए मोर्चा संभाला। इस घटना का एक वीडियो बुधवार को सोशल मीडिया पर वायरल हुआ है।
वीडियो में स्पष्ट दिख रहा है कि आरक्षक अभिनेष रघुवंशी जमीन पर गिरे किसान के सीने को जोर-जोर से दबाकर उसे सीपीआर दे रहे हैं। काफी मशक्कत के बाद किसान की सांसें वापस लौटीं और उसे होश आया। होश में आने के बाद एहतियातन किसान को तत्काल अस्पताल भेजा गया, जहां उसकी स्थिति खतरे से बाहर बताई जा रही है। जिले के किसान इन दिनों यूरिया खाद के लिए भारी मशक्कत कर रहे हैं। हालांकि प्रशासन ने भीड़ रोकने के लिए जिले के 33 केंद्रों पर टोकन व्यवस्था लागू की है, लेकिन खेतों में पानी देने का समय होने के कारण केंद्रों पर किसानों का दबाव बना हुआ है। किसान यूरिया के लिए घंटों लाइनों में खड़े रहने को मजबूर हैं, जिससे उनकी शारीरिक और मानसिक स्थिति पर बुरा असर पड़ रहा है। प्रशासनिक स्तर पर खाद वितरण सुचारू करने के दावे तो किए जा रहे हैं, लेकिन धरातल पर किसान को खाद पाने के लिए अपनी 'जिंदगी और मौत' से जूझना पड़ रहा है। इस बीच आरक्षक अभिनेष रघुवंशी द्वारा दिखाई गई मानवता और वीरता की पूरे शहर में सराहना हो रही है।