Edited By meena, Updated: 02 Apr, 2022 02:10 PM
ये बम इतने विध्वंसक हैं कि आसमान से गिरने के बाद बड़े से बड़े बंकर को तबाह कर सकते हैं। यह बम पाकिस्तान के किसी भी एयरपोर्ट को पलभर में उड़ा सकता है। इन बमों की मारक क्षमता और ताकत देश की सुरक्षा बेड़े को और मजबूती प्रदान करेगी। ओएफके पहुंची एयरफोर्स की...
जबलपुर(विवेक तिवारी): देश की सैन्य क्षमता और ताकत को बढ़ाने के लिए जबलपुर का शुरू से योगदान रहा है। आयुध निर्माण खमरिया में बने हथियार लगातार सेना की ताकत को बढ़ा रहे हैं जिससे देश की ताकत भी लगातार बढ़ती जा रही है अब इस दिशा में आगे बढ़ते हुए म्युशियन इंडिया लिमिटेड की इकाई आयुध निर्माणी खमरिया ने 500 किलो के GP बम यानी कि जनरल पर्पज बम बनाए हैं। ये बम इतने विध्वंसक हैं कि आसमान से गिरने के बाद बड़े से बड़े बंकर को तबाह कर सकते हैं। यह बम पाकिस्तान के किसी भी एयरपोर्ट को पलभर में उड़ा सकता है। इन बमों की मारक क्षमता और ताकत देश की सुरक्षा बेड़े को और मजबूती प्रदान करेगी। ओएफके पहुंची एयरफोर्स की टीम इन 48 बमों के साथ डिपो के लिए रवाना हो गई। महाप्रबंधक ने हरी झंडी दिखाकर टीम को रवाना कर दिया।
आयुध निर्माणी खमरिया के लिए यह इस मायने में भी खास है कि इस बम का पूरा डिजाइन और निर्माण फैक्ट्री में ही हुआ है। आयुध निर्माणी के जनरल मैनेजर एसके सिन्हा के मुताबिक, 500 किलो GP बम का उत्पादन एक महत्वपूर्ण परियोजना है। इससे वायु सेना की ताकत और बढ़ेगी।
आयुध निर्माण खमरिया फैक्ट्री सूत्रों की माने तो यह भारत का सबसे बड़ा बम है। इसकी लंबाई 1.9 मीटर और वजन 500 किलोग्राम है। इस बम को जगुआर और सुखोई SU-30 MKI से गिराया जा सकता है। इस बम का निर्माण जबलपुर की आयुध निर्माणी फैक्ट्री के एफ-6 सेक्शन में किया गया है। इस बम में इस्तेमाल होने वाली तकनीक की वजह से यह बंकरों में भी विस्फोट कर सकता है, जाहिर सी बात है यह बम अब सैन्य ताकत को और भी मजबूत करेगा।
इस वजह से है देश का सबसे बड़ा बम...
यह बम देश का सबसे बड़ा बम है। इसकी लंबाई 1.9 मीटर और वजन 500 किलोग्राम है। इस बम को जगुआर और सुखोई SU-30 MKI से गिराया जा सकता है। इस बम का निर्माण जबलपुर की आयुध निर्माणी फैक्ट्री के एफ-6 सेक्शन में किया गया है। एक बम में 15 मिमी. के 10,300 गोले स्टील के हैं। विस्फोट के बाद हर गोला 50 मीटर तक टारगेट कर सकता है। एक गोला 12 एमएम स्टील प्लेट को भेद सकता है।