Edited By meena, Updated: 03 Oct, 2020 10:59 AM

खरगोन जिले के मारुगढ़ में नाबालिग से दुष्कर्म मामले में लापरवाही बरतने वाले पुलिसकर्मियों पर कार्रवाई की गई है। 100 डायल आरक्षक को सस्पेंड कर दिया गया है। घटना के 4 दिन बाद हुई यह कार्रवाई महज खानापूर्ति है क्योंकि दुष्कर्म के मुख्य आरोपी अभी पुलिस...
खरगोन: खरगोन जिले के मारुगढ़ में नाबालिग से दुष्कर्म मामले में लापरवाही बरतने वाले पुलिसकर्मियों पर कार्रवाई की गई है। 100 डायल आरक्षक को सस्पेंड कर दिया गया है। घटना के 4 दिन बाद हुई यह कार्रवाई महज खानापूर्ति है क्योंकि दुष्कर्म के मुख्य आरोपी अभी पुलिस की गिरफ्त से बाहर है। जिस आरक्षक पर कार्रवाई की गई है उस पर आरोप है कि पीड़िता के भाई ने दुष्कर्म की घटना के बाद पीड़िता के भाई और ग्रामीणों ने डायल 100 में कॉल करके तुरंत मदद मांगी थी। लेकिन गाड़ी डेढ़ घंटे देरी से पहुंची थी।

हाथरस की तरह खरगोन गैंगरेप मामला भी तूल पकड़ता जा रहा है। मामले की गंभीरता को देखते हुए डीआईडी तिलक सिंह ने आरक्षक को सस्पेंड कर दिया है। ग्रामीणों के अनुसार, यदि पुलिस जल्दी आ जाती तो दु्ष्कर्मी पकड़े जाते क्योंकि पैदल ही भागे थे। इससे पहले शुक्रवार को आईजी योगेश देशमुख भी खरगोन पहुंचे थे और घटना की जानकारी ली थी। साथ ही सख्त ही लापरवाह पुलिसकर्मियों पर सख्त कार्रवाई के निर्देश दिए थे।

ये है पूरा मामला
बुधवार देर रात खरगोन जिले के मारूगढ़ में एक 16 वर्षीय किशोरी के साथ 3 युवकों ने गैंगरेप किया था। अपने भाई के साथ खेत की रखवाली कर रही बहन को 3 गुंडों ने अपनी हवस का शिकार बनाया। पानी पीने के बहाने आए तीन बदमाशों ने भाई के साथ मारपीट की और लड़की को उठा ले गए और फिर उसके साथ सामूहिक बलात्कार किया था। बड़ी बात यह है कि घटना के 4 दिन बाद भी पुलिस के हाथ खाली है। शासन प्रशासन ने इस मामले पर चुप्पी साधे खड़ा है।