Edited By Vikas Tiwari, Updated: 04 Dec, 2025 08:23 PM

अटल बिहारी वाजपेयी विश्वविद्यालय का छठवां दीक्षांत समारोह आज गरिमामय वातावरण में आयोजित हुआ। कार्यक्रम में मुख्य अतिथि के रूप में पूर्व राष्ट्रपति रामनाथ कोविंद, अध्यक्षता राज्यपाल रमेन डेका ने की। मुख्यमंत्री विष्णुदेव साय, उपमुख्यमंत्री अरुण साव...
रायपुर (पुष्पेंद्र सिंह): अटल बिहारी वाजपेयी विश्वविद्यालय का छठवां दीक्षांत समारोह आज गरिमामय वातावरण में आयोजित हुआ। कार्यक्रम में मुख्य अतिथि के रूप में पूर्व राष्ट्रपति रामनाथ कोविंद, अध्यक्षता राज्यपाल रमेन डेका ने की। मुख्यमंत्री विष्णुदेव साय, उपमुख्यमंत्री अरुण साव और उच्च शिक्षा मंत्री टंकराम वर्मा भी समारोह में उपस्थित रहे। समारोह में 64 शोधार्थियों को शोध उपाधि, 92 गोल्ड मेडल और 36950 छात्रों को स्नातक एवं स्नातकोत्तर उपाधियाँ प्रदान की गईं।
पूर्व राष्ट्रपति रामनाथ कोविंद का संदेश
पूर्व राष्ट्रपति ने युवाओं को निरंतर सीखने, कौशल विकास और आत्मविकास को 21वीं सदी की सफलता की कुंजी बताया। उन्होंने कहा कि— ‘डिग्री अंत नहीं, सीखने की वास्तविक शुरुआत है।’ उन्होंने बेटियों की शिक्षा में बढ़ती भूमिका की सराहना करते हुए कहा कि युवा राष्ट्र निर्माण में सक्रिय भागीदारी निभाएँ।
राज्यपाल रमेन डेका का संदेश
राज्यपाल ने जीवन में अनुशासन, धैर्य और सकारात्मक सोच को सफलता की मजबूत नींव बताया। उन्होंने कहा कि कठिनाइयाँ जीवन का हिस्सा हैं, लेकिन हर बार उठने की क्षमता ही व्यक्ति को मजबूत बनाती है। मानसिक स्वास्थ्य पर जोर देते हुए उन्होंने युवाओं से योग, ध्यान और स्वस्थ जीवनशैली अपनाने का आग्रह किया।
मुख्यमंत्री विष्णुदेव साय का संबोधन
मुख्यमंत्री ने कहा कि सफलता केवल डिग्री से नहीं, सीखने की निरंतर इच्छा और अनुशासन पर निर्भर करती है। उन्होंने कहा कि नई पीढ़ी नवाचार, तकनीक और संस्कृति के संतुलन से राज्य और देश को नई ऊँचाइयाँ देगी। उन्होंने विश्वविद्यालय में डिजिटलाइजेशन, नई लैब, स्मार्ट क्लास, डिजिटल लाइब्रेरी और पीएम उषा कार्यक्रम के तहत मिल रही सहायता की सराहना की। मुख्यमंत्री ने शोध को कृषि, पर्यावरण, भाषा-साहित्य, सामाजिक संरचना और तकनीकी नवाचार के क्षेत्रों की जरूरतों के अनुरूप बढ़ावा देने की आवश्यकता पर बल दिया।