Edited By meena, Updated: 21 Jul, 2025 12:30 PM

सावन माह के दूसरे सोमवार को विश्व प्रसिद्ध महाकालेश्वर मंदिर में भक्ति रस की बयार बही...
उज्जैन (विशाल सिंह) : सावन माह के दूसरे सोमवार को विश्व प्रसिद्ध महाकालेश्वर मंदिर में भक्ति रस की बयार बही। अमृतकाल में स्वस्तिवाचन के साथ मंदिर के पट खुले और कर्पूर आरती के बाद भगवान नंदी का विधिवत स्नान, ध्यान और पूजन हुआ। इसके बाद भगवान महाकाल का जल अभिषेक करके दूध, दही, घी, शक्कर, शहद और फलों के रस-पंचामृत से विशेष पूजन किया गया।
भगवान महाकाल का विशेष श्रृंगार में किया गया। रजत निर्मित चंद्र, त्रिशूल, मुकुट, आभूषण, भांग, चंदन और ड्रायफ्रूट से अलंकृत कर उन्हें भस्म अर्पित की गई। आज के खास अवसर पर बाबा महाकाल ने शेषनाग का रजत मुकुट, रजत मुंडमाला और रुद्राक्ष के साथ सुगंधित फूलों की माला धारण की। फल और मिष्ठान का भोग अर्पित कर भक्तों ने बाबा का आशिर्वाद लिया।

शाम 4 बजे बाबा महाकाल चंद्रमौलेश्वर स्वरूप में सवार होकर पालकी में नगर भ्रमण के लिए निकलेंगे और भक्तों का हाल जानेंगे। इस पावन अवसर पर मध्य प्रदेश के मुख्यमंत्री डॉ. मोहन यादव भी मंदिर पहुंचेंगे और पूजन-अर्चन में भाग लेंगे। इसके लिए सुरक्षा और व्यवस्थाओं के कड़े इंतज़ाम किए गए हैं।