Edited By meena, Updated: 26 Dec, 2020 05:28 PM
विधानसभा उपचुनाव में चुनाव हारने वाले ज्योतिरादित्य सिंधिया के बेहद करीबी इमरती देवी का कार्यकाल 2 जनवरी 2021 पर खत्म हो जाएगा। हार के बावजूद इमरती देवी मंत्री पद पर बनी हुई है। अब नियमों के हिसाब से 2 जनवरी 2021 को उनका कार्यकाल समाप्त हो जाएगा और...
भोपाल: विधानसभा उपचुनाव में चुनाव हारने वाले ज्योतिरादित्य सिंधिया के बेहद करीबी इमरती देवी का कार्यकाल 2 जनवरी 2021 पर खत्म हो जाएगा। हार के बावजूद इमरती देवी मंत्री पद पर बनी हुई है। अब नियमों के हिसाब से 2 जनवरी 2021 को उनका कार्यकाल समाप्त हो जाएगा और इनका मंत्री पद पर नियुक्ति स्वत: ही खत्म हो जाएगी। इमरती सिंधिया की बेहद करीबी मानी जाती है और कांग्रेस छोड़कर सिंधिया के साथ ही बीजेपी में शामिल हुई थी।
आपको बता दें कि सिंधिया समर्थक तीन मंत्री विधानसभा उपचुनाव हार गए थे। एंदल सिंह कंसाना और गिर्राज दंडोतिया ने अपना इस्तीफा सीएम शिवराज सिंह चौहान को सौंप दिया था ।वहीं विधानसभा उपचुनाव में अपने बयानों से सबसे ज्यादा चर्चा में रहने वाली बाल एवं महिला विकास मंत्री इमरती देवी डबरा विधानसभा क्षेत्र से अपने समधि सुरेश राजे से बुरी तरह चुनाव हार गईं थी। लेकिन उन्होंने इस्तीफा देने से इंकार कर दिया था। उनका कार्यकाल 2 जनवरी 2021 को समाप्त हो रहा है।
ये है नियम
नियमों के अनुसार, मंत्री पद की शपथ लेने के बाद कोई भी व्यक्ति 6 महीन तक मंत्री बने रह सकता है। इस दौरान वह अगर किसी सदन के सदस्य चुने जाते हैं, तो आगे मंत्री रह सकते हैं। नहीं तो उन्हें इस्तीफा देना पड़ता है।