Edited By meena, Updated: 29 Sep, 2020 01:31 PM
नियमितीकरण को लेकर आस लगाए अतिथि विद्वानों को शिवराज सरकार ने एक तगड़ा झटका दिया है। अतिथि विद्वानों को अभी नियमितीकरण नहीं किया जाएगा और न ही अभी तक इस संबंध में राज्य सरकार ने कोई योजना बनाई है। इस बात की जानकारी उच्च शिक्षा मंत्री मोहन यादव ने...
भोपाल: नियमितीकरण को लेकर आस लगाए अतिथि विद्वानों को शिवराज सरकार ने एक तगड़ा झटका दिया है। अतिथि विद्वानों को अभी नियमितीकरण नहीं किया जाएगा और न ही अभी तक इस संबंध में राज्य सरकार ने कोई योजना बनाई है। इस बात की जानकारी उच्च शिक्षा मंत्री मोहन यादव ने विधानसभा सत्र में जीतू पटवारी द्वारा पूछे गए सवालों के जबाव में दी है। वहीं इस खुलासे के साथ ही शिवराज सरकार कांग्रेस के निशाने पर आ गई है।
उच्च शिक्षा मंत्री मोहन यादव ने जीतू पटवारी के लिखित सवालों का विधानसभा में जवाब देते हुए नियमितीकरण को लेकर शिवराज सरकार में कोई योजना नहीं है। उच्च शिक्षा मंत्री ने कहा कि कैबिनेट की मंजूरी के लिए तत्कालीन उच्च शिक्षा मंत्री जीतू पटवारी ने नोटशीट लिखी थी। पूर्व उच्च शिक्षा मंत्री जीतू पटवारी ने पत्र राज्य सरकार को 15 मार्च 2020 को लिखा था। जिसमें कहा गया था कि प्रदेशभर के कॉलेजों में 4 हजार से ज्यादा अतिथि विद्वान पढ़ा रहे हैं। जो नियमितीकरण की मांग लंबे अर्से से कर रहे हैं।
आपको बता दें सरकार के इस कबूलनामे के साथ ही कांग्रेस शिवराज सरकार पर हमलावर हो गई है। पूर्व मंत्री व कांग्रेस नेता जीतू पटवारी ने कहा है कि अतिथि विद्वानों के नियमितीकरण को लेकर सिंधिया और शिवराज ने साजिश रची और कमलनाथ की सरकार गिरा दी। अतिथि विद्वान तो बहाना था यह सब कुछ शिवराज को सत्ता में आना था इसलिए किया गया।