Edited By meena, Updated: 09 Apr, 2022 06:01 PM

शराबबंदी को लेकर उमा भारती और सरकार में तकरार की खबरों के बीच दोनों ही तरफ से रवैया में नर्मी देखने को मिली है। जहां हाल ही में उमा भारती सरकार के खिलाफ मोर्चा खोल रही थी वहीं सूत्रों की मानें तो शिवराज सरकार ने भी उन्हें बाहर का रास्ता दिखाने का मन...
भोपाल: शराबबंदी को लेकर उमा भारती और सरकार में तकरार की खबरों के बीच दोनों ही तरफ से रवैया में नर्मी देखने को मिली है। जहां हाल ही में उमा भारती सरकार के खिलाफ मोर्चा खोल रही थी वहीं सूत्रों की मानें तो शिवराज सरकार ने भी उन्हें बाहर का रास्ता दिखाने का मन बना लिया था। लेकिन इसी बीच उमा भारती ने सरेंडर करते हुए एक ट्वीट शेयर किया और खास बात यह कि इस ट्वीट के कुछ घंटों बाद शिवराज ने उन्हें माफी देकर खूब प्यार लुटाया। यहां तक कि उन्हें अपनी मां के समान बताया।
दरअसल, शिवराज सरकार को चुनौती देते हुए उमा भारती ने रायसेन के किले स्थित प्राचीन मंदिर का ताला खोलने की मांग की थी और ऐलान किया था कि वे गंगोत्री के जल से वहां जलाभिषेक करेंगी। इसके बाद सरकार और प्रशासन के लिए उन्हें रोकना एक बड़ी चुनौती बन गया था। इसी बीच खबर उड़ी कि उमा भारती को पार्टी से बाहर का रास्ता दिखा सकती है। लेकिन इस खबर को अभी 24 घंटे भी नहीं बीते थे कि उमा भारती के तेवर बदले बदले नजर आए।
उन्होंने ट्वीट कर लिखा- मुझसे यह भूल हो गई कि मैं आप सबसे यह तथ्य शेयर नहीं कर पाई कि जिस दिन मैंने सीएम शिवराज सिंह चौहान से मीडिया के माध्यम से संवाद होने की स्थिति के बारे में आप सबको जानकारी दी तो मुझे तुरंत ही उनका का फोन आ गया। हमारी 20 मिनट तक लंबी बातचीत फोन पर हुई कि हम शीघ्र ही बैठक करके सभी विषयों पर सकारात्मक तथा निर्णायक चर्चा करेंगे। उमा भारती ने लिखा है कि शिवराज का मेरे प्रति स्नेह एवं उनके प्रति मेरे मन में सम्मान में कोई भी कमी कभी आ ही नहीं सकती। कल रामनवमी के अवसर पर मेरा पहले से ही ओरछा में रामराजा सरकार के दर्शन का कार्यक्रम था, मुझे जानकारी हुई है कि शिवराज जी भी दीपोत्सव कार्यक्रम में शामिल हो रहे हैं। कल ओरछा नगरी भी अयोध्या की तरह जगमगाएगी।
इधर उमा भारती के सरेंडर करते ही कुछ समय बाद सीएम शिवराज ने भी ट्वीट कर लिखा उमा भारती जी मेरी बहन हैं। मैं सदैव से उनका बहुत सम्मान करता हूं। वो केवल राजनिति कार्यकर्ता ही नहीं, सोशल रिफार्मर भी हैं। वे समाज को सही दिशा में ले जाने के कार्य सदैव करती रहती हैं। उमा भारती केवल दीदी ही नहीं, कई बार उनसे मां का प्यार भी मिलता है। उनके समाज सेवा और सुधार के हर कार्य में, मैं सदैव उनके साथ हूं।