महाकाल मंदिर के शिखर पर लगा स्वर्ण ध्वज गिरा, कोई जनहानि नहीं, पुजारी बोले- बाबा महाकाल कालों के काल
Edited By meena, Updated: 03 Jun, 2025 11:45 AM

उज्जैन में पिछले दो तीन दिनों से मौसम ने करवट बदली है...
उज्जैन (विशाल ठाकुर) : उज्जैन में पिछले दो तीन दिनों से मौसम ने करवट बदली है। तकरीबन हर रोज तेज हवा चलने से जनजीवन पर खासा प्रभाव पड़ा है। इसी बीच तेज हवा की वजह से महाकाल मंदिर परिसर में अप्रत्याशित घटना घटित हो गई। महाकालेश्वर मंदिर के शिखर पर स्थापित स्वर्ण ध्वज अचानक नीचे गिर गया। गनिमत रही कि इस घटना में कोई जनहानि नहीं हुई। लेकिन अचानक हुई इस घटना ने मंदिर प्रशासन की सतर्कता और संरचनात्मक व्यवस्था पर सवाल खड़े कर दिए हैं। हालांकि स्वर्ण शिखर को वापस स्थापित करने का कार्य भी शुरू हो गया है।
जिक्रयोग है कि श्री महाकालेश्वर ज्योतिर्लिंग मंदिर के शिखर पर स्थापित स्वर्ण ध्वज, भक्ति और परंपरा का प्रतीक रहा है, जो तेज हवाओं में ढीला होकर नीचे गिर गया। यह घटना उस समय हुई जब परिसर में सैकड़ों श्रद्धालु दर्शन के लिए मौजूद थे। मंदिर प्रशासन ने तत्काल शिखर क्षेत्र को खाली करवाकर ध्वज को पुन: स्थापित किया। पुजारियों की मानें तो धार्मिक दृष्टि से यह घटना चिंता का विषय है।
मंदिर के महेश पुजारी ने कहा कि वैसे तो बाबा महाकाल कालो के काल हैं। वे खुद सभी प्रकार की विपत्तियां को दूर करने वाले हैं परंतु शिखर का ध्वज गिरने की घटना को यदि अनिष्ट माना जाए तो इसके लिए सभी को भक्ति भाव पूजन पाठ व ध्यान करना चाहिए।