डिंडौरी(दीपू ठाकुर): मध्यप्रदेश के डिंडौरी जिले के नए कलेक्टर रत्नाकर झा उस वक्त भावुक हो गए, जब सुदूर गांव में रहने वाली एक बुजुर्ग बैगा आदिवासी महिला उनसे मिलने पहुंची। बुजुर्ग बैगा आदिवासी महिला ने कलेक्टर को वीरन घास से बनाया हुआ माला पहनाकर स्वागत किया और अपनी समस्या बताई।

दरअसल बंजर गांव में रहने वाली बैगा आदिवासी महिला नानी बाई कलेक्टर से मिलने के लिए सुबह चार बजे अकेले ही अपने घर से निकली थी। इस बीच उसने बंजर से बिझौरी गांव तक दो किलोमीटर पैदल तय किया और बिझौरी से डिंडौरी तक 20 किलोमीटर का सफर ऑटो में तय कर कलेक्ट्रेट कार्यालय पहुंची। यहां उन्होंने कलेक्टर को अपनी समस्या बताई और अपने नातिन को नौकरी देने की बात कही। कलेक्टर से मिलने के बाद नानी बाई बेहद खुश नजर आई।

वहीं कलेक्टर रत्नाकर झा ने भी बुजुर्ग महिला को हरसंभव मदद करने का भरोसा जताया है। नानी बाई ने बताया उनकी नातिन पढ़ी लिखी है, जिसे सरकारी नौकरी दिलाने एवं नाती का लंबित भूमि विवाद प्रकरण का निराकरण कराने कलेक्टर को आवेदन सौंपा है।

कलेक्टर रत्नाकर ने बताया कि उन्होंने नानी बाई को भरोसा दिलाया है कि वो उनकी हरसंभव मदद करेंगे। नानी बाई भले ही कम पढ़ी लिखी हैं लेकिन अपने नाती नातिन के भविष्य के लिए वे गंभीर हैं। इसीलिए उन्होंने कलेक्टर से मुलाकात कर अपनी समस्याएं और मांग बताई।
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