Edited By Himansh sharma, Updated: 19 Dec, 2025 07:08 PM

मध्य प्रदेश के विदिशा से रिश्तों को झकझोर देने वाली घटना सामने आई है
विदिशा। मध्य प्रदेश के विदिशा से रिश्तों को झकझोर देने वाली घटना सामने आई है, जहाँ प्रेमी के साथ शादी करने का फैसला एक बेटी के लिए सामाजिक “मौत” बन गया। परिवार ने उसे जिंदा होते हुए भी मृत मान लिया और बाकायदा उसकी अर्थी सजाकर अंतिम संस्कार कर डाला।
मामला शहर की चूना वाली गली का है। यहाँ रहने वाले कुशवाह परिवार की 23 वर्षीय बेटी सविता 13 दिसंबर को अचानक घर से लापता हो गई थी। परिजनों ने हर संभावित जगह तलाश की, रिश्तेदारों से संपर्क किया और अंत में कोतवाली थाने में गुमशुदगी दर्ज कराई।
पुलिस ने सविता को ढूंढ निकाला और परिजनों के सामने पेश किया, लेकिन तभी कहानी ने भावनात्मक मोड़ ले लिया। सविता ने साफ कहा कि उसने प्रेमी संजू मालवीय से शादी कर ली है और अब उसी के साथ रहना चाहती है। यह सुनते ही परिवार मानो टूट गया।
बताया जा रहा है कि संजू, सविता के भाई का परिचित था और घर आना-जाना लगा रहता था। सविता पढ़ी-लिखी है और ग्रेजुएशन पूरा कर चुकी है। वह अपने भाई-बहनों में सबसे छोटी है।
बेटी के फैसले से आहत परिजनों ने खुद को समाज से अलग कर लिया। रिश्तेदारों के समझाने के बाद उन्होंने एक कठोर और विवादित कदम उठाया -
सविता को मरा मानकर उसका अंतिम संस्कार।
शुक्रवार को परिजनों ने आटे से सविता का पुतला बनाया, अर्थी सजाई और गाजे-बाजे के साथ शहर के चौक-चौराहों से शव यात्रा निकाली। इसके बाद श्मशान घाट जाकर विधि-विधान से चिता जलाई गई।
पिता ने टूटे स्वर में कहा -
उसके फैसले ने पूरे परिवार को तोड़ दिया। हमारे लिए वह अब नहीं रही।
यह घटना सिर्फ एक परिवार की नहीं, बल्कि समाज में आज भी मौजूद सम्मान, प्रेम और स्वतंत्रता के टकराव की कड़वी सच्चाई को उजागर करती है।