Edited By ASHISH KUMAR, Updated: 30 Mar, 2019 10:35 AM
जिले के धरमपुरी विधायक पांचीलाल मेंढा के एक्शन का रिएक्शन सीधे तौर कमलनाथ सरकार पर हुआ। मामले में प्रशासन की मनमानी के चलते धरमपुरी विधायक शुक्रवार को इस्तीफा देने राजधानी भोपाल पहुंचे। जिसके बाद कांग्रेस में हड़कंप मच गया था...
धार: जिले के धरमपुरी विधायक पांचीलाल मेंढा के एक्शन का रिएक्शन सीधे तौर कमलनाथ सरकार पर हुआ। मामले में प्रशासन की मनमानी के चलते धरमपुरी विधायक शुक्रवार को इस्तीफा देने राजधानी भोपाल पहुंचे। जिसके बाद कांग्रेस में हड़कंप मच गया था। डैमेज कंट्रोल शुरु हुआ और कैबिनेट मंत्री सज्जन सिंह और कैबिनेट मंत्री प्रद्मुम्न सिंह तोमर द्वारा उनकी मुलाकात मुख्यमंत्री कमलनाथ से करवाई गई। मेडा का आरोप था कि शासन और प्रशासन शराब माफिया के खिलाफ कार्रवाई नहीं कर रहा। सीएम ने उनकी बात सुनी और तुरंत सहायक जिला आबकारी अधिकारी राधेश्याम राय को हटाने के आदेश जारी किए।
गौरतलब है कि विधायक लंबे समय से शराब माफियाओं को लेकर कार्रवाई की मांग कर रहे थे। लेकिन जिला प्रशासन उनकी शिकायत को लेकर लगातार अनदेखा करता रहा। आखिरकार पांचीलाल मेंढा के सब्र का बांध टूट गया और वे शुक्रवार को प्रशासन के खिलाफ मोर्चा खोलते हुए राजधानी में अपना इस्तीफा सौंपने पहुंच गए। इससे कमलनाथ सरकार हरकत में आई और पांचीलाल मेड़ा की बात शिकायत के आधार पर सहायक जिला आबकारी अधिकारी राधेश्याम राय को हटाया दिया गया। उन्हें शाजापुर भेज दिया गया है।