Edited By Desh sharma, Updated: 04 Dec, 2025 04:19 PM

मध्य प्रदेश के पूर्व मंत्री और जबलपुर से भाजपा विधायक अजय विश्नोई का बड़ा बयान सामने आया है। अजय विश्नोई ने SIR की प्रक्रिया के दौरान जबलपुर जिले में अब तक 1200 संदिग्धों के मिलने का दावा किया है और उन्होंने संदिग्ध लोगों को निरुद्ध करके गहन पड़ताल...
(जबलपुर): मध्य प्रदेश के पूर्व मंत्री और जबलपुर से भाजपा विधायक अजय विश्नोई का बड़ा बयान सामने आया है। अजय विश्नोई ने SIR की प्रक्रिया के दौरान जबलपुर जिले में अब तक 1200 संदिग्धों के मिलने का दावा किया है और उन्होंने संदिग्ध लोगों को निरुद्ध करके गहन पड़ताल की मांग उठाई है।
अजय ने संदिग्ध लोगों के विदेशी नागरिक होने की सूरत में उन्हें उनके देश भेजने की वकालत की है। इसके साथ ही उन्होंने मध्य प्रदेश में संदिग्ध व्यक्तियों का डिटेंशन न किए जाने की स्थितियों का हवाला दिया है।
विधायक का कहना है कि मध्यप्रदेश में किसी संदिग्ध व्यक्ति को निरुद्ध करके उसकी जांच करना इसलिए संभव नहीं है क्योंकि पुलिस प्रशासन को IPC की धारा 109 (BNSS की धारा 128) के उपयोग पर DGP के आदेश के कारण 12 सालों से रोक लगी हुई है।
उन्होंने X पर पोस्ट लिखते हुए इस दिशा में काम करने की मांग की है...

भाजपा विधायक अजय विश्नोई ने मुख्यमंत्री को पत्र लिखकर डिटेंशन की धारा लागू किए जाने की मांग उठाई है । विश्नोई ने कहा है कि उन्होंने पत्र लिखकर मुख्यमंत्री का ध्यान इस ओर आकर्षित किया है। उम्मीद है विषय की गंभीरता को देखते हुए शीघ्र निर्णय किया जाएगा।
बता दें कि पुलिस प्रशासन को IPC की धारा 109 (BNSS की धारा 128) के उपयोग पर DGP के आदेश के कारण 12 सालों से रोक लगी हुई है।